राजस्थान की राजधानी जयपुर में शारदीय नवरात्रि का पर्व 22 सितंबर से शुरू हो रहा है। देवी शक्ति की आराधना का यह पावन पर्व भक्तों के लिए विशेष होता है। आमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध शिला माता मंदिर में इसकी तैयारियाँ जोरों पर हैं। देश-विदेश से भक्त देवी माँ के दर्शन के लिए मंदिर आते हैं।
घट स्थापना और दर्शन का समय
मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि 22 सितंबर को सुबह 6:25 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ घट स्थापना होगी। इसके बाद, भक्त सुबह 7:35 बजे से देवी माँ के दर्शन कर सकेंगे। नवरात्रि के नौ दिनों तक मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। प्रतिदिन दस महाविद्याओं और नौ दुर्गाओं की पूजा की जाएगी।
छठ मेला और विशेष आयोजन
28 सितंबर को आमेर में विशेष छठ मेला लगेगा। 29 सितंबर को रात 10 बजे निशा पूजन होगा। हवन की पूर्णाहुति 30 सितंबर को शाम 4:30 बजे होगी। नवरात्रि उत्थान 2 अक्टूबर को सुबह 10:30 बजे होगा। ये कार्यक्रम माता के जयकारों से गूंज उठेंगे।
भक्तों के लिए दर्शन व्यवस्था
भक्त सुबह 6 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 8:30 बजे तक मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। यदि भक्तों की संख्या बढ़ती है, तो मंदिर प्रशासन सभी के लिए दर्शन की सुविधा प्रदान करेगा।
आमेर महल में हाथी की सवारी बंद
आमेर महल अधीक्षक राकेश छोलक ने बताया कि 21 सितंबर से 2 अक्टूबर तक नवरात्रि के दौरान हाथी की सवारी बंद रहेगी। पर्यटक सुबह 8 बजे से शाम 5:30 बजे तक महल में दर्शन कर सकेंगे। टिकट बुकिंग सिंहपोल गेट पर होगी।
कड़े सुरक्षा इंतजाम
नवरात्रि के दौरान भक्तों और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त होमगार्ड तैनात किए जाएँगे। निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा।
हाथी गाँव में होगी सवारी
वन विभाग के अनुसार, नवरात्रि के दौरान आमेर महल में हाथी की सवारी का आयोजन नहीं होगा। हालाँकि, आमेर के हाथी गाँव में यह सुविधा उपलब्ध रहेगी। यह उत्सव भक्ति और उत्साह का अनूठा संगम होगा।
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