रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर लगातार बाघ-बाघिनों की आवाजाही और लगातार हो रही घटनाओं के चलते अब वन विभाग हरकत में आ गया है। एहतियात के तौर पर वन विभाग की ओर से लगातार निगरानी और ट्रैकिंग की जा रही है। इतना ही नहीं विभाग की ओर से जोन दो और तीन में आगामी आदेश तक पर्यटन भी बंद कर दिया गया है।
वन विभाग ने बाघ के हमले में वनकर्मी की मौत के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोन दो और तीन में आगामी आदेश तक पर्यटन बंद कर दिया है। ऐसे में अब जोन दो और तीन में पर्यटकों का प्रवेश आगामी आदेश तक बंद रहेगा। विभाग की ओर से एडवांस बुकिंग कराने वाले पर्यटकों को फिलहाल जोन एक चार और पांच की ओर डायवर्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है।
शिफ्टिंग से निकलेगा स्थाई समाधान
हर बार अप्रिय घटना होने पर वन विभाग की ओर से त्रिनेत्र गणेश मार्ग को बंद कर दिया जाता है। हालांकि पहली बार जोन दो और तीन को बंद कर पर्यटन गतिविधियों को रोका गया है। वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का प्रवेश रोकना कोई स्थायी समाधान नहीं है। बाघों की संख्या बढ़ने पर वन विभाग को बाघों के आवास को स्थानांतरित करने और बढ़ाने पर ध्यान देने की जरूरत है।
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