राजस्थान के बांसवाड़ा के अरथूना इलाके में एक 25 वर्षीय महिला ने अपने डेढ़ साल के मासूम बच्चे को अनास नदी के पुल से पानी में फेंक दिया और फिर खुद भी कूद गई। घटना देखकर सतर्क हुए मछुआरों ने महिला को बचा लिया, लेकिन बच्चा नहीं मिला। बाद में मामले में विरोधाभास सामने आया। महिला ने जहां पति द्वारा मारपीट के कारण घटना को अंजाम देने की बात कही, वहीं पति ने अपने पूर्व प्रेमी की धमकियों के कारण घटना को अंजाम देने की बात कही। इस मामले में अरथूना पुलिस महिला की शिकायत के आधार पर और गढ़ी पुलिस पति की शिकायत के आधार पर जांच कर रही है।
अरथूना थानाधिकारी प्रकाश चंद्र के अनुसार, एक महिला ने अनास पुल से छलांग लगा दी। पुलिस के पहुंचने तक पानी में नाव चला रहे मछुआरों ने उसे देख लिया और उसे बाहर निकाल लिया। जांच में पता चला कि महिला ने पहले भी अपने बच्चे को फेंका था। इस पर एसडीआरएफ टीम को बुलाकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन बच्चा नहीं मिला।
पूछताछ में महिला ने खुद को गढ़ी क्षेत्र के अडोर निवासी भावना पत्नी कांतिलाल भगोरा बताया। उसने बताया कि उसकी शादी को करीब पांच साल हो गए हैं। पांच-छह दिन पहले उसका अपने पति से झगड़ा हुआ था, तो उसने उसे थप्पड़ मार दिया था। इससे नाराज होकर वह अपने मायके सैनाला आ गई। गुरुवार को वह सैनाला घाटी से अहमदाबाद जाने वाली बस में सवार हुई और अनास नदी के पुल पर उतरकर अपने बेटे भव्यांशु के साथ नदी में कूद गई।
तीन दिन पहले दर्ज हुई थी शिकायत
उधर, मामले में चौंकाने वाली बात यह रही कि भावना के पति कांतिलाल पुत्र वीरेंद्र भगोरा ने 7 जुलाई को डाकरकुंडी निवासी प्रकाश पुत्र देवा चरपोटा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। बताया गया कि 6 जुलाई की रात करीब 7:45 बजे प्रकाश ने फोन कर भावना को धमकाया और उसके बारे में अनाप-शनाप बातें कीं और दोनों को जान से मारने की धमकी दी। कांतिलाल ने आरोपी को आपराधिक प्रवृत्ति का बताते हुए बताया कि बदनाम करने की उसकी कोशिशों के चलते उसका घर से निकलना मुश्किल हो गया है।
उन्होंने मामले से जुड़े कुछ सबूत पेश कर कार्रवाई की गुहार लगाई। तभी से शिकायत की जाँच चल रही थी और यह मामला सामने आया। इस संबंध में गढ़ी सीआई रोहित कुमार ने बताया कि जिस दिन शिकायत दर्ज हुई थी, उस दिन वे सुनवाई के लिए गए थे। महिला के पानी में कूदने की जानकारी मिलने पर शिकायत संज्ञान में आई। मामले की जाँच एएसआई मांगीलाल को सौंपी गई है। हम इस मामले की गंभीरता से जाँच कर रहे हैं।
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