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शटडाउन क्या होता है और इसका ट्रंप सरकार पर क्या असर होगा

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WHITE HOUSE राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि डेमोक्रेट्स की वजह से शटडाउन की स्थिति आई है.

अमेरिका में संघीय सरकार का शटडाउन शुरू हो गया है.

इससे हजारों सरकारी कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर जाने की नौबत आ गई है.

शटडाउन की वजह से सरकार के कई गैर-ज़रूरी कार्यक्रमों और सेवाओं के भी बंद होने का ख़तरा पैदा हो गया है.

आइए जानते हैं क्या है अमेरिकी शटडाउन. ये स्थिति क्यों आती है और इससे ट्रंप सरकार पर क्या असर होगा.

दरअसल अमेरिका में सीनेट में सरकार के खर्चों को लेकर सहमति नहीं बन पाई. लिहाजा इससे जुड़ा बिल पास नहीं हो पाया.

2018 के बाद ये अमेरिकी सरकार का पहला शटडाउन है. इससे गैर अनिवार्य कर्मचारियों के सामने बगैर वेतन के छुट्टी पर जाने की नौबत आ जाएगी.

अमेरिकी सीनेट में सरकार को फंड उपलब्ध कराने के लिए डेमोक्रेट्स का प्रस्ताव खारिज हो गया. मतदान में यह बिल 47 बनाम 53 से पास नहीं हो पाया.

यह प्रस्ताव सरकार को शटडाउन से बचाने की कोशिश थी, लेकिन 100 सदस्यीय सदन में इसे आवश्यक 60 मतों का समर्थन नहीं मिल सका. इसके बाद रिपब्लिकन का फंडिंग बिल भी 55-45 से खारिज हो गया.

इसके बाद व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर शटडाउन का काउंटडाउन क्लॉक लगाया गया. पेज पर इसे "डेमोक्रेट शटडाउन" बताते हुए लिखा गया कि "लोग डेमोक्रेट्स से सहमत नहीं हैं."

क्या है शटडाउन? image Getty Images शटडाउन से गैर ज़रूरी सेवाएं और दफ़्तर बंद हो जाते हैं.

अमेरिकी सरकार को चलाने के लिए हर साल बजट पास करना ज़रूरी होता है. अगर सीनेट और हाउस किसी वजह से सहमत नहीं होते और फंडिंग बिल पास नहीं होता, तो सरकारी एजेंसियों को वेतन नहीं मिल पाता.

नतीजतन, "नॉन-एसेंशियल" (ग़ैर-जरूरी) सेवाएं और दफ़्तर बंद हो जाते हैं. इसे ही शटडाउन कहा जाता है.

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व्हाइट हाउस ने क्या कहा image Reuters व्हाइट हाउस ने शटडाउन का औपचारिक तौर पर एलान कर दिया है.

व्हाइट हाउस के प्रबंधन एवं बजट कार्यालय ने भी ज्ञापन जारी कर पुष्टि की है कि सरकार मंगलवार मध्यरात्रि से बंद हो जाएगी. इस ज्ञापन पर निदेशक रसेल वॉट के हस्ताक्षर हैं.

इस बीच डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन एक-दूसरे पर शटडाउन की जिम्मेदारी डाल रहे हैं. रिपब्लिकन के पास कांग्रेस का नियंत्रण है, लेकिन सीनेट में खर्च से जुड़े किसी भी बिल को पास करने के लिए 60 वोटों की ज़रूरत होती है, जो उनके पास नहीं हैं.

शटडाउन का असर व्यापक होगा. नेशनल पार्क बंद हो गए हैं और लेबर डिपार्टमेंट के तहत काम करने वाला ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स भी बंद रहेगा.

इसका मतलब है कि शुक्रवार को आने वाली मासिक जॉब रिपोर्ट जारी नहीं होगी. हाल के महीनों में भर्तियों में गिरावट के कारण इस रिपोर्ट का बेसब्री से इंतज़ार था.

विशेषज्ञों का कहना है कि रिपोर्ट न आने से अमेरिकी अर्थव्यवस्था की तस्वीर और धुंधली हो जाएगी और पहले से मौजूद अनिश्चितता और बढ़ जाएगी.

हज़ारों फ़ेडरल कर्मचारी प्रभावित होंगे और कई एजेंसियों का कामकाज ठप हो जाएगा, हालांकि सेना, एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल और सोशल सिक्योरिटी जैसी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी.

सरकार के कामकाज पर क्या असर होगा? image EPA/Shutterstock शटडाउन से स्टूडेंट लोन जारी करने पर असर पड़ सकता है.

शटडाउन से सरकार का पूरा कामकाज बंद नहीं होगा. सीमा सुरक्षा, अस्पताल में मेडिकल केयर, कानून प्रवर्तन और हवाई यातायात नियंत्रण जैसे काम इस दौरान जारी रहेंगे.

सोशल सिक्योरिटी और मेडिकेयर के चेक सरकार की ओर से भेजे जाते रहेंगे. लेकिन वेनिफिट वेरिफ़िकेशन और कार्ड इश्यू करने का काम बंद हो सकता है.

आम तौर पर शटडाउन में आवश्यक कर्मचारी सामान्य रूप से काम करते हैं.

कुछ को इस दौरान वेतन नहीं मिलता लेकिन गैर-आवश्यक सरकारी कर्मचारियों को अस्थायी रूप से अवैतनिक अवकाश पर भेज दिया जाता है.

हालांकि ऐसे कर्मचारियों को पिछली तारीखों से उनका वेतन दे दिया गया था.

इसका मतलब यह है कि फूड असिस्टेंस प्रोग्राम, फेडरल सरकार की ओर से फंड किया जाने वाला प्री-स्कूल, स्टूडेंट लोन जारी करना, खाद्य निरीक्षण और नेशनल पार्कों के ऑपरेशन जैसी सेवाएं घट सकती हैं या बंद हो सकती हैं.

विश्लेषकों का अनुमान है कि यह शटडाउन 2018 के अंत में हुए शटडाउन से बड़ा हो सकता है, जब कांग्रेस ने कुछ फंडिंग बिल पास किए थे.

वे अनुमान लगा रहे हैं कि फेडरल सरकार के लगभग 40 फ़ीसदी यानी आठ लाख से अधिक कर्मचारी अस्थायी अवकाश पर भेजे जा सकते हैं.

शटडाउन का अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा? image Reuters विश्लेषकों के मुताबिक़ शटडाउन के कारण हर हफ़्ते आर्थिक विकास दर में लगभग 0.1 से 0.2 फ़ीसदी अंकों की कमी आ सकती है.

नुकसान का स्तर इस बात पर निर्भर करेगा कि शटडाउन कितने समय तक चलता है और इसका दायरा कितना व्यापक होता है.

अतीत में आए ऐसे व्यवधान अस्थायी रहे हैं. और किसी भी सरकारी विभाग को शटडाउन की वजह से हुए नुकसान की भरपाई कुछ ही महीनों कर दी गई थी.

विश्लेषकों का अनुमान है कि इस बार शटडाउन के कारण हर हफ़्ते आर्थिक वृद्धि में लगभग 0.1 से 0.2 फ़ीसदी अंकों की कमी आ सकती है.

ट्रंप ने कुछ कर्मचारियों को न केवल छुट्टी पर भेजने की बल्कि नौकरी से निकालने की भी धमकी दी है.

यह लड़ाई अर्थव्यवस्था में और अधिक उथल-पुथल पैदा कर रही है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था पहले से ही टैरिफ़ और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस जैसे परिवर्तनों से जूझ रही है.

अमेरिका में शटडाउन कितना आम है?

अमेरिका में पिछले 50 सालों में शटडाउन काफी आम बात हो गई है.

ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान तीन बार ऐसा हुआ था. इनमें इतिहास का सबसे लंबा 36 दिनों का शटडाउन भी शामिल है, जो जनवरी 2019 में ख़त्म हुआ था.

1980 के दशक में रोनाल्ड रीगन कार्यकाल में आठ बार शटडाउन हुआ था.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.

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