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इंदौर में दो ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों से यौन हिंसा का आरोप, बीसीसीआई का आया बयान

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Getty Images भारत और श्रीलंका में आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप हो रहा है

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि महिला क्रिकेट विश्व कप के लिए भारत दौरे पर गईं दो महिला ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ "अनुचित बर्ताव हुआ और उन्हें ग़लत तरीके से छुआ गया."

मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने इस मामले में ऑस्ट्रेलियाई टीम के सुरक्षा अधिकारी डैनी सिमंस द्वारा की गई शिकायत पर केस दर्ज किया है.

पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 74 (जो किसी महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग से संबंधित है) और धारा 78 (महिलाओं का पीछा करना या स्टॉकिंग) से संबंधित है, उनके तहत मामला दर्ज किया है.

वहीं बीसीसीआई ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा है कि बीसीसीआई और मध्य प्रदेश क्रिकेट की तरफ़ से जो कुछ संभव है, वो कर रहे हैं.

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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने क्या बताया?

बीबीसी स्पोर्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बताया है कि ये घटना गुरुवार को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक मैच के ख़त्म होने के बाद उस वक़्त हुई जब ये महिला खिलाड़ी एक कैफे़ की तरफ़ जा रही थीं.

अपने बयान में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा, "हम पुष्टि कर सकते हैं कि इंदौर में एक कैफे़ की तरफ़ जाते समय मोटरसाइकिल पर सवार एक व्यक्ति ने ऑस्ट्रेलिया महिला टीम की दो खिलाड़ियों का पीछा किया और उन्हें ग़लत तरीके से छुआ."

बयान में आगे कहा गया है, "टीम की सिक्योरिटी ने इस मामले के बारे में पुलिस को जानकारी दी है, जो इसकी जांच कर रही है."

बीसीसीआई ने कहा- ऐसा नहीं होना चाहिए

बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण कहा है और बीसीसीआई की तरफ़ से इसकी निंदा की है.

उन्होंने कहा, "इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. हम इसकी निंदा करते हैं. ये हमारे विदेशी मेहमान हैं, इस तरह की हरकतें नहीं होनी चाहिए."

"पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार किया है और कार्रवाई कर रही है. जो भी बीसीसीआई और मध्य प्रदेश क्रिकेट की तरफ से है, हम वो कर रहे हैं. हम यही चाहते हैं कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो."

वहीं बीसीसीआई के ओनरेरी सेक्रेटरी देवजीत सैकिया ने कहा है कि "भारत हमेशा से अपनी गर्मजोशी, मेहमाननवाज़ी और सभी अतिथियों के प्रति सम्मान के लिए जाना जाता है. इस तरह की हरकत के प्रति हम ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हैं."

बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर उनका बयान पोस्ट किया है.

इसके अनुसार सैकिया कहते हैं, "हमें यह देखकर खुशी है कि मध्य प्रदेश पुलिस ने तेज़ी और प्रभावी ढंग से कार्रवाई करते हुए अभियुक्त को पकड़ लिया है. न्याय सुनिश्चित करने के लिए क़ानून अपना काम करेगा."

पुलिस ने और क्या बताया image Getty Images आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप का फ़ाइनल 2 नवंबर को खेला जाएगा

पुलिस द्वारा दर्ज शिकायत के अनुसार यह घटना गुरुवार सुबह क़रीब 11 बजे हुई जब दो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इंदौर स्थित रैडिसन ब्लू होटल से पैदल क़रीब 500 मीटर दूर खजराना रोड स्थित एक कैफ़े जा रही थीं.

इंदौर के एक पुलिस अधिकारी ने बीबीसी न्यूज़ हिंदी को बताया, "महिला खिलाड़ियों के बाहर जाने के वक़्त बाइक सवार एक व्यक्ति उनका पीछा करते हुए उन परअभद्र टिप्पणियां करने लगा. डरी-सहमी खिलाड़ी तुरंत होटल लौट आईं और टीम प्रबंधन को इसकी जानकारी दी. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के सुरक्षा अधिकारियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी."

इंदौर के अडिशनल डिप्टी पुलिस कमिश्नर (क्राइम) राजेश दंडोतिया ने बीबीसी न्यूज़ हिंदी को बताया कि इस मामले में अकील अहमद नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.

उन्होंने बताया, "अकील अहमद खजराना का रहने वाला है, जिसने गाड़ी चलाते हुए दो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से छेड़छाड़ की और बैड टच करके भाग गया था. इस मामले में केस दर्ज कर पाँच थानों की टीम ने मिलकर उसे गिरफ़्तार किया है."

राजेश दंडोतिया ने यह भी बताया, "पुलिस की टीम ने तत्परता से इस मामले में काम किया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने इलाके़ के सीसीटीवी फ़ुटेज की जांच की, जिसमें आरोपी को मोटरसाइकिल से खिलाड़ियों का पीछा करते हुए देखा गया था. इसके बाद आरोपी को गिरफ़्तार किया गया है."

आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 30 सितंबर से भारत और श्रीलंका में खेला जा रहा है जिसका फ़ाइनल 2 नवंबर को खेला जाएगा.

विपक्ष ने महिला सुरक्षा को लेकर उठाए सवाल image BBC

विपक्ष ने इस मामले को लेकर महाराष्ट्र में सत्ताधारी बीजेपी पर निशाना साधा है.

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, "देश के अलग-अलग हिस्सों से इस तरह की ख़बरें सुनाई दे रही हैं. ये और ज़्यादा चिंता का विषय है. महिलाओं के ख़िलाफ़ इस तरह के अपराध बढ़ते जा रहे हैं."

उन्होंने कहा, "अफ़सोस की बात है कि जहां विपक्ष की सरकार हो वहां बीजेपी पूरी तरह से सड़कों पर दिखती है, लेकिन जहां उनकी अपनी सरकार है वहां वो चुप रहती है. मुझे नहीं लगता कि इस तरह का दोगलेपन से महिलाओं की सुरक्षा में कोई योगदान रह पाएगा."

आगे उन्होंने कहा, "राजनीतिक पार्टी से अलग उठकर हम सभी को इस तरह के मामलों पर आवाज़ उठाने की ज़रूरत है. हमें साथ मिलकर रास्ते निकालने चाहिए कि कैसे महिलाओं के लिए सुरक्षा का वातावरण तैयार किया जा सकता है."

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, "इंदौर में जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का मैच होता है, तो खिलाड़ी कैसे मैदान में जाएंगे, होटल के भीतर और बाहर सुरक्षा को लेकर इंतज़ाम होंगे इसका एक पूरा रोड मैप होता है."

उन्होंने क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि "मुख्यमंत्री को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और स्पष्ट करना चाहिए कि दायित्व किसका है. उस व्यक्ति के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए."

image BBC

तृणमूल कांग्रेस ने भी इसे लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है और बीजेपी से सवाल किया है.

पार्टी ने लिखा, "हमारे मेहमान, दिनदहाड़े एक कैफ़े की ओर जाते हुए डर के मारे एसओएस भेजने पर मजबूर हो गए. वो भी उस राज्य में जो खुद को 'भारत का दिल' कहता है. क्या यही भारत की छवि है जो हम दुनिया को दिखाना चाहते हैं?"

पार्टी ने आगे लिखा, "एक ऐसा देश जो कभी हर मेहमान का स्वागत अतिथि देवो भव कहकर करता था, आज महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराधों के लिए दुनिया भर में सुर्खियाँ बटोर रहा है. जब तक आपकी निगरानी में भारतीय या विदेशी महिलाएँ असुरक्षित हैं, ऐसे में आप नारी शक्ति का उपदेश नहीं दे सकते."

तृणमूल कांग्रेस ने पीएम मोदी और बीजेपी को टैग करते हुए लिखा कि इस मामले में उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए. वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग को टैग करते हुए पार्टी ने लिखा कि उसे कार्रवाई करनी चाहिए

वहीं शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, "शर्मनाक! हम आर्थिक विकास का बखान तो करते हैं, लेकिन महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराने में नाकाम रहे हैं."

बीजेपी ने क्या कहा?

मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ये घटना इंदौर के लिए और देश के लिए शर्मनाक है.

उन्होंने कहा, "अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपराधियों के ख़िलाफ़ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. एक नज़ीर बननी चाहिए कि इस तरह की ग़लत हरकत के क्या परिणाम हो सकते हैं. अपराधियों के ख़िलाफ़ जो भी सख्त से सख्त कार्रवाई है, वो की जाएगी."

वहीं बीजेपी के एक विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि "नियम और क़ानूनों के तहत इस मामले में कार्रवाई की जा रही है. इंदौर पूरे देश में साफ़-सफ़ाई के लिए जाना जाता था, आज एक व्यक्ति ने इंदौर को बदनाम करने की कोशिश की है."

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.

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