एजिस वोपक टर्मिनल्स आईपीओ (Aegis Vopak Terminals) का जीएमपी इश्यू खुलने के बाद लगातार नीचे की ओर आ रहा है। इश्यू खुलने के कुछ दिन पहले यानी 23 मई को यह उच्चतम स्तर 15 रुपये पर पहुंच गया था।26 मई को यह आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुला और जीएमपी 11 रुपये हो गया। इसके बाद 27 मई को जीएमपी में भारी गिरावट आई और यह 6 रुपये हो गया जो कैप प्राइस से सिर्फ 2.5 प्रतिशत अधिक है। 27 मई को इस इश्यू को सब्सक्राइब करने का आखिरी दिन है।यह आईपीओ 2800 करोड़ रुपये का एक बुक बिल्डिंग इश्यू है। यह 11.91 करोड़ शेयरों का पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है। Aegis Vopak Terminals IPO का प्राइस बैंड 223-235 रुपये प्रति शेयर है। खुदरा निवेशकों के लिए न्यूनतम आवेदन लॉट साइज 63 शेयरों का रखा गया है।सब्सक्रिप्शन की बात की जाए तो पहले दिन (26 मई) इस इश्यू को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था और यह कुल मिला कर 27 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ था। इसे रिटेल कैटेगरी में 21 प्रतिशत, एनआईआई कैटेगरी में 3 प्रतिशत और क्यूआईबी कैटेगरी में 41 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला था।सब्सक्रिप्शन के दूसरे दिन रफ्तार में धीमापन दिखाई दिया और यह कुल मिलाकर 37 प्रतिशत ही सब्सक्राइब हो पाया। रिटेल कैटेगरी 46 प्रतिशत, एनआईआई कैटेगरी में 13 प्रतिशत और क्यूआईबी कैटेगरी में 45 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला है।एजिस वोपैक टर्मिनल्स लिमिटेड, जिसकी स्थापना वर्ष 2013 में हुई थी, एक ऐसी कंपनी है जो तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (LPG) और विभिन्न तरल उत्पादों के लिए स्टोरेज टर्मिनलों का स्वामित्व और संचालन करती है। यह कंपनी पेट्रोलियम, वनस्पति तेल, स्नेहक (lubricants), रसायन और गैस जैसे प्रोपेन और ब्यूटेन के लिए सुरक्षित भंडारण और संबंधित बुनियादी ढांचे की सेवाएं प्रदान करती है। क्या करें निवेशक? ब्रोकरेज फर्म की रायबजाज ब्रोकिंग का मानना है कि कंपनी का भारत के एलपीजी और लिक्विड बल्क इन्फ्रास्ट्रक्चर में अहम रोल है, जिससे इसका प्रीमियम कुछ हद तक वाजिब है। लेकिन आईपीओ की कीमत में भविष्य की ग्रोथ की उम्मीद पहले से शामिल हैं।बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, यह इश्यू लॉन्ग टर्म इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी लॉजिस्टिक ग्रोथ पर दांव लगाने जैसा है। हालांकि, निवेशकों को कंपनी की सीमित लाभप्रदता और भविष्य की कैपेक्स परियोजनाओं के execution risk को ध्यान में रखते हुए निवेश का फैसला लेना चाहिए।(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं)
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