नोएडा, 30 अक्टूबर . नोएडा की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को सशक्त और आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है. मुख्य अभियंता (वितरण) नोएडा क्षेत्र संजय कुमार जैन ने Thursday को महाप्रबंधक नोएडा के साथ मिलकर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) से मुलाकात की. इस बैठक में मॉडर्नाइजेशन योजना के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा और उनके सफल क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की गई.
बैठक के दौरान मुख्य अभियंता द्वारा नोएडा के कई महत्वपूर्ण सेक्टरों में नए 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्रों के निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा गया. इन उपकेंद्रों की क्षमता 2×10 एमवीए होगी, जिससे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता और स्थिरता में उल्लेखनीय सुधार आएगा. इन उपकेंद्रों का निर्माण सेक्टर-63डी, 63जी, 63जे, 63एच, 117, 65, एनएसईजैड, 80 न्यू, भंगेल, 80सी, 140, 138, 124, 126, 16, 108, 132, 8 और 59 में प्रस्तावित है.
इस पर सीईओ ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्युत विभाग और नोएडा प्राधिकरण का संयुक्त सर्वे व निरीक्षण कर भूमि का शीघ्र चिन्हीकरण किया जाए, ताकि उपकेंद्रों का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो सके.
बैठक में मुख्य अभियंता ने यह भी जानकारी दी कि 15 नवंबर से गौतमबुद्ध नगर जनपद में फंक्शनल स्पेशलाइजेशन बेस्ड नई व्यवस्था लागू की जा रही है. इस नई प्रणाली से लगभग 4.5 लाख बिजली उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा. वर्तमान में नोएडा क्षेत्र में 8 वितरण खंड और 2 परीक्षण खंड कार्यरत हैं. नई व्यवस्था में इन्हें पुनर्गठित कर 3 नग 33 केवी वितरण खंड, 3 नग 11 केवी वितरण खंड, 1 कॉमर्शियल खंड, 1 बिलिंग खंड, 1 मीटर/एएमआईएसपी खंड, 1 स्काडा खंड, 1 एडमिन खंड, और 1 रेड खंड के रूप में क्रियान्वित किया जाएगा.
इस नई प्रणाली के लागू होने से न सिर्फ बिजली आपूर्ति की पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि शिकायतों के निस्तारण की गति भी तेज होगी. अधिकारियों के मुताबिक, इस आधुनिक संरचना से नोएडा की बिजली व्यवस्था में तकनीकी मजबूती आएगी और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं मिलेंगी.
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पीकेटी/डीकेपी
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