नई दिल्ली, 17 अप्रैल . कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई और वक्फ संशोधन कानून को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति और रॉबर्ट वाड्रा से गुरुग्राम लैंड डील मामले में लगातार तीसरे दिन हुई पूछताछ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी गांधी परिवार और कांग्रेस के प्रति नफरत के चलते केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.
प्रमोद तिवारी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड से जुड़े मामले में जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे आधारहीन हैं. उन्होंने कहा कि “अनुच्छेद 25 के तहत गठित यंग इंडिया संस्था से कोई लाभ नहीं लिया जा सकता. कांग्रेस पार्टी ने स्वयं नेशनल हेराल्ड को 90 करोड़ रुपये की सहायता दी थी.”
उन्होंने कहा कि बीजेपी का यह अभियान पूरी तरह दुर्भावनापूर्ण है और इसका मकसद केवल मुद्दों से ध्यान भटकाना है. उनके अनुसार, सरकार महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं से घिरी हुई है, जिनका समाधान नहीं होने के कारण अब यह साम्प्रदायिक और व्यक्तिगत हमलों की राजनीति कर रही है.
ईडी और सीबीआई की भूमिका पर सवाल उठाते हुए तिवारी ने कहा कि इन एजेंसियों को विपक्षी नेताओं के खिलाफ टूल की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि “देश में हर तरफ असंतोष है. मजदूर, किसान, युवा हर वर्ग नाराज है, और सरकार इसे छिपाने के लिए ऐसे मामलों को उछाल रही है. सरकार ऐसे मुद्दों को इसलिए उछाल रही है, ताकि देश के लोग महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सवाल न पूंछें.”
वक्फ संशोधन कानून पर बोलते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो टिप्पणियां की हैं, वे वही बातें हैं जो कांग्रेस ने पहले ही संसद में बहस के दौरान रखी थीं. उन्होंने कहा कि “हमें पूरी उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट अनुच्छेद 25 और 26 के उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए सख्त रुख अपनाएगा.”
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पीएसएम/
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