वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के चलते गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में मजबूती के साथ शुरुआत हुई। आईटी, फार्मा और ऑटो सेक्टर में शुरुआती खरीदारी देखी गई, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही मामूली बढ़त के साथ कारोबार करते दिखे।
सुबह सेंसेक्स 68.28 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की तेजी के साथ 83,477.97 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 19.30 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,472.70 पर पहुंच गया। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक निफ्टी 25,200 से 25,270 के स्तर को बनाए रखता है, तब तक बाजार में तेजी बरकरार रह सकती है।
बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना
एक्सिस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अक्षय चिंचलकर ने बताया कि अगर निफ्टी 25,200 से नीचे आता है तो 25,000 तक गिरने का जोखिम बढ़ जाएगा। वहीं, ऊपर की ओर 25,670 पर बना स्विंग हाई एक अहम बुलिश संकेतक बन सकता है। चूंकि आज वीकली डेरिवेटिव एक्सपायरी है, इसलिए बाजार में सामान्य से अधिक अस्थिरता की संभावना है। साथ ही, अगले सप्ताह अमेरिकी टैरिफ से संबंधित राहत अवधि समाप्त हो रही है, जो वैश्विक बाजारों की दिशा को प्रभावित कर सकती है।
बैंकिंग और मिडकैप शेयरों में हल्की गिरावट
हालांकि सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी दिखी, लेकिन निफ्टी बैंक इंडेक्स 9.90 अंक या 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,989.30 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में भी क्रमश: 0.04 प्रतिशत की हल्की गिरावट दर्ज की गई।
टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स पैक में कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, बीईएल, टाइटन, एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, एसबीआई, एचसीएल टेक और आईटीसी सबसे बड़े नुकसान में रहे। वहीं, इटरनल (पहले जोमैटो), एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, मारुति सुजुकी और आईसीआईसीआई बैंक ने बढ़त दर्ज की।
एफआईआई और डीआईआई की ट्रेडिंग गतिविधि
2 जुलाई को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 1,561.62 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,036.68 करोड़ रुपये की खरीदारी की, जो बाजार में स्थायित्व का संकेत देता है।
एशियाई और अमेरिकी बाजारों की चाल
एशियाई बाजारों में बैंकॉक, चीन, जापान, सोल और जकार्ता के बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। सिर्फ हांगकांग का बाजार लाल निशान में रहा। अमेरिकी बाजारों में डॉव जोन्स हल्की गिरावट के साथ 44,484.42 पर बंद हुआ, जबकि एसएंडपी 500 और नैस्डैक में क्रमशः 0.47% और 0.94% की तेजी दर्ज की गई।
फिलहाल घरेलू बाजार सकारात्मक ट्रेंड दिखा रहा है लेकिन आगामी सप्ताह में वैश्विक कारकों, विशेष रूप से अमेरिकी टैरिफ नीति और डेरिवेटिव एक्सपायरी के चलते बाजार की चाल में अस्थिरता बढ़ सकती है। निवेशकों को सतर्क रहकर कदम उठाने की सलाह दी जा रही है।
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