अमेरिका में एक टीनएजर में एक रेयर और अपरिवर्तनीय फेफड़ों की बीमारी का पता चला है, जिसे पॉपकॉर्न लंग्स के रूप में जाना जाता है। इस मामले को अमेरिकी युवा वेपर्स के लिए एक गंभीर चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के नेवादा राज्य में रहने वाली 17 वर्षीय चीयरलीडर ब्रायन कुलेन को पॉपकॉर्न लंग्स के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यह बीमारी उसमें तीन साल तक गुप्त रूप से वेपिंग की आदत के कारण विकसित हुई थी।
डॉक्टरों का कहना है कि ब्रायना ने 14 साल की ही उम्र में COVID-19 लॉकडाउन से उत्पन्न एंग्जायटी से लड़ने के लिए डिस्पोजेबल वेप्स का उपयोग करना शुरू कर दिया था। जब उसे सांस लेने में कठिनाई होने लगी तो अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी इस स्वास्थ्य स्थिति का खुलासा हुआ। आइए विस्तार से जानते हैं क्या होता है पॉपकॉर्न लंग्स और इसके लक्षण व कारण।
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क्या होता है पॉपकॉर्न लंग्स?
Cleveland clinic की रिपोर्ट (ref) के मुताबिक, ब्रोंकोलाइटिस ऑब्लिट्रेंस (Bronchiolitis obliterans), जिसे पॉपकॉर्न लंग भी कहा जाता है, एक रेसपिरेटरी कंडीशन है, जो आपके फेफड़ों के ब्रांकिओल्स को प्रभावित करती है। ब्रांकिओल्स आपके फेफड़ों में सबसे छोटे वायुमार्ग हैं।
अगर आपको यह समस्या हो जाती है तो विषाक्त पदार्थों को इनहेल करने या संक्रमण के कारण ये वायुमार्ग सूज जाते हैं, क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और फिर जख्मी हो जाते हैं। इस स्थिति को ओब्लिटरेटिव ब्रोंकोलाइटिस या कॉन्स्ट्रुक्टिव ब्रोंकोलाइटिस भी कहा जाता है।
यह बीमारी होने का खतरा किसे अधिक है?
कुछ लोगों में ब्रोंकोलाइटिस ऑब्लिट्रेंस विकसित होने का जोखिम अधिक होता है क्योंकि वे हवा में विषाक्त पदार्थों के निकट संपर्क में आते हैं। इन केमिकल्स का इस्तेमाल कुछ प्रकार के विनिर्माण में किया जाता है और ये वेप्स और ई-सिगरेट में भी पाए जा सकते हैं।
ये कुछ ऐसे जहरीले पदार्थ हैं, जो पॉपकॉर्न फेफड़े के विकास से जुड़े हुए हैं- एसीटैल्डिहाइड, अमोनिया, क्लोरीन, डायस्टाइल, फॉर्मेल्डिहाइड, मेटल ऑक्साइड से निकलने वाला धुआं, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, मस्टर्ड गैस या सल्फर मस्टर्ड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड।
रेयर है पॉपकॉर्न लंग
बताते चलें कि पॉपकॉर्न लंग एक रेयर डिसऑर्डर है,लेकिन यह किसी को भी हो सकता है क्योंकि यह संक्रमण या कुछ पदार्थों के संपर्क के परिणामस्वरूप हो सकता है। आपका ये भी जान लेना जरूरी है कि पॉपकॉर्न लंग संक्रामक नहीं है। यह न तो आपसे अन्य लोगों में फैल सकता है और ना ही अन्य लोग आपको संक्रमित कर सकते हैं।
पॉपकॉर्न लंग के लक्षण
पॉपकॉर्न लंग की स्थिति में मरीज में निम्नलिखित लक्षण नजर आ सकते हैं। हालांकि कभी-कभी उन्हें शुरू में लक्षण नहीं होते हैं।
खांसी,खासकर एक्सरसाइज के दौरान और बाद में।
कभी-कभी खांसी के साथ बलगम आना।
सांस की तकलीफ (डिस्पेनिया),खासकर एक्सरसाइज के दौरान और बाद में।
घरघराहट।
थकान।
बुखार।
रात में पसीना आना।
त्वचा के लाल चकत्ते।
पॉपकॉर्न लंग का इलाज

पॉपकॉर्न लंग से होने वाली क्षति गंभीर हो सकती है और इसे रिवर्स करना हमेशा संभव नहीं होता है। यदि बीमारी का जल्दी पता लगा लिया जाता है तो इसका मैनेजमेंट अधिक प्रभावी होने की संभावना होती है। पॉपकॉर्न लंग के इलाज के लिए इनका उपयोग किया जा सकता है-
सूजन से लड़ने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स,जैसे प्रेडनिसोन।
सांस लेने में मदद करने वाले इनहेलर,जैसे एल्ब्युटेरोल वाले।
ऑक्सीजन थेरेपी।
लंग ट्रांसप्लांट,लेकिन इसकी जरूरत सबसे गंभीर परिस्थितियों में ही पड़ती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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