नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित सर्किट हाउस में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को गुरुवार सुबह पुलिस ने नजरबंद कर दिया। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला जब संजय सिंह से मिलने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। आप सांसद सिंह डोडा से विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी और उन पर जन सुरक्षा कानून (पीएसए) लगाए जाने के विरोध में प्रदर्शन करने वाले थे। संजय सिंह को नजरबंद किए जाने को लेकर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर गुंडादर्गी का आरोप लगाया है।
अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक्स पर संजय सिंह और फारूख अब्दुल्ला का एक वीडियो शेयर किया। वीडियो शेयर कर उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला हमारे सांसद संजय सिंह से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचे लेकिन पुलिस ने उन्हें मिलने तक नहीं दिया। संजय जी को हाउस अरेस्ट कर रखा है। जनता की आवाज दबाई जा रही है, विपक्ष के नेताओं को कैद किया जा रहा है। बीजेपी खुली गुंडागर्दी पर उतर आई है।'
लगता है उपराज्यपाल चला रहे सरकार..: फारूक अब्दुल्ला
वीडियो में फारूक अब्दुल्ला कह रहे हैं कि, यह यहां की स्थिति है, यहां एक निर्वाचित सरकार है, लेकिन लगता है कि उपराज्यपाल ही इसे चला रहे हैं। देश को इस स्थिति से अवगत कराया जाना चाहिए।'
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि सिंह पथराव करने या गोलियां चलाने नहीं आए हैं। एक व्यक्ति संविधान के दायरे में बात करना चाहता है, लेकिन उसे इसकी अनुमति नहीं है। वह संसद में मेरे मित्र रहे हैं और आप शिष्टाचार मुलाकात भी नहीं करने दे रहे हैं। यह आपकी नहीं, बल्कि उपराज्यपाल की गलती है।'
दूसरी ओर, संजय सिंह गेट पर चढ़ गए और पुलिसवालों से सवाल किया कि अब्दुल्ला को उनसे क्यों नहीं मिलने दिया जा रहा है। आप सांसद ने सवाल किया, वह (पूर्व) सांसद हैं, कई बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और मैं भी सांसद हूं। क्या समस्या है? क्या अपराध है? आप हमें उनसे क्यों नहीं मिलने दे रहे हैं।'
हिरासत में लेना बड़ी गलती: उमर अब्दुल्ला
वहीं जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘डोडा के विधायक के खिलाफ पीएसए का इस्तेमाल गलत है। और अब आपने एक राज्यसभा सदस्य को अवैध रूप से हिरासत में लेकर इस गलती को और बड़ा बना दिया है। क्या आपने उन्हें हिरासत में लेने का कोई आदेश दिया है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है और इससे जो संदेश जा रहा है वह भी अच्छा नहीं है। जो लोग ऐसा कर रहे हैं उन्हें अपने कृत्यों पर पुनर्विचार करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आपको उनके (विधायक के) व्यवहार पर आपत्ति थी, तो इसे विधानसभा सचिवालय या अध्यक्ष के समक्ष उठाया जा सकता था। लेकिन पीएसए का इस्तेमाल गलत है।’’
अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक्स पर संजय सिंह और फारूख अब्दुल्ला का एक वीडियो शेयर किया। वीडियो शेयर कर उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला हमारे सांसद संजय सिंह से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचे लेकिन पुलिस ने उन्हें मिलने तक नहीं दिया। संजय जी को हाउस अरेस्ट कर रखा है। जनता की आवाज दबाई जा रही है, विपक्ष के नेताओं को कैद किया जा रहा है। बीजेपी खुली गुंडागर्दी पर उतर आई है।'
लगता है उपराज्यपाल चला रहे सरकार..: फारूक अब्दुल्ला
वीडियो में फारूक अब्दुल्ला कह रहे हैं कि, यह यहां की स्थिति है, यहां एक निर्वाचित सरकार है, लेकिन लगता है कि उपराज्यपाल ही इसे चला रहे हैं। देश को इस स्थिति से अवगत कराया जाना चाहिए।'
ये वीडियो देखिए…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 11, 2025
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फ़ारूक़ अब्दुल्ला जी हमारे सांसद @SanjayAzadSln से मिलने गेस्ट हाउस पहुँचे लेकिन पुलिस ने उन्हें मिलने तक नहीं दिया।
संजय जी को हाउस अरेस्ट कर रखा है। जनता की आवाज़ दबाई जा रही है, विपक्ष के नेताओं को कैद किया जा रहा है।… pic.twitter.com/GZQhiFS7tF
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि सिंह पथराव करने या गोलियां चलाने नहीं आए हैं। एक व्यक्ति संविधान के दायरे में बात करना चाहता है, लेकिन उसे इसकी अनुमति नहीं है। वह संसद में मेरे मित्र रहे हैं और आप शिष्टाचार मुलाकात भी नहीं करने दे रहे हैं। यह आपकी नहीं, बल्कि उपराज्यपाल की गलती है।'
दूसरी ओर, संजय सिंह गेट पर चढ़ गए और पुलिसवालों से सवाल किया कि अब्दुल्ला को उनसे क्यों नहीं मिलने दिया जा रहा है। आप सांसद ने सवाल किया, वह (पूर्व) सांसद हैं, कई बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और मैं भी सांसद हूं। क्या समस्या है? क्या अपराध है? आप हमें उनसे क्यों नहीं मिलने दे रहे हैं।'
हिरासत में लेना बड़ी गलती: उमर अब्दुल्ला
वहीं जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘डोडा के विधायक के खिलाफ पीएसए का इस्तेमाल गलत है। और अब आपने एक राज्यसभा सदस्य को अवैध रूप से हिरासत में लेकर इस गलती को और बड़ा बना दिया है। क्या आपने उन्हें हिरासत में लेने का कोई आदेश दिया है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है और इससे जो संदेश जा रहा है वह भी अच्छा नहीं है। जो लोग ऐसा कर रहे हैं उन्हें अपने कृत्यों पर पुनर्विचार करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आपको उनके (विधायक के) व्यवहार पर आपत्ति थी, तो इसे विधानसभा सचिवालय या अध्यक्ष के समक्ष उठाया जा सकता था। लेकिन पीएसए का इस्तेमाल गलत है।’’
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