अखरोट रोज खाते हैं या कभी-कभी। ज्यादातर लोग इसे कभी-कभी ही खाते हैं। दरअसल अखरोट वो ड्राई फ्रूट नहीं है, जिसे लोग सिर्फ स्वाद के लिए खाते हों। इसलिए इसे नियमित खाने वाले लोग कम ही होते हैं। जबकि इससे मिलने वाले हेल्थ बेनिफिट के लिए इन्हें रोज खाया जाना चाहिए। एक सोशल मीडिया पोस्ट तो इससे ब्रेंस्ट कैंसर से बचाव होने का दावा भी करती है।इस पोस्ट के बारे में सबकुछ जानने और सही गलत का निर्णय लेने से पहले सजग फैक्ट चेक टीम की जांच देख लीजिए। इसमें तथ्यात्मक जानकारी के साथ दावे की पोल खोली गई है। पूरी बात जानने के लिए नीचे पढ़िए। गुणकारी अखरोटइंस्टाग्राम की इस पोस्ट के मुताबिक अखरोट सच में गुणकारी ड्राई फ्रूट है। इससे दिल की सेहत अच्छी रखी जा सकती है तो ब्लड प्रेशर कंट्रोल करना भी आसान हो जाता है। डायबिटीज और तनाव के मामले में भी इसका सेवन फायदेमंद होता है। मगर सबसे हैरान करने वाला दावा अखरोट से स्तन कैंसर का बचाव है। यह रही पोस्ट- ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट्स
इस पोस्ट में किए गए दावे पर दिल्ली के एक्शन कैंसर हॉस्पिटल में डायरेक्टर, मेडिकल ऑनकोलॉजी, डॉ. जे. बी. शर्मा ने फैक्ट्स सामने रखे हैं। उनके मुताबिक पोषक तत्वों से भरपूर अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइटोकेमिकल्स जैसे फायदेमंद तत्व होते हैं। फ्री रेडिकल्स से भी बचावडॉ. शर्मा कहते हैं कि अखरोट से सूजन कम होती है। इसके सेवन से कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स से भी बचाव होता है। कुछ रिसर्च में यह भी पाया गया है कि अखरोट के खास तत्व कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को धीमा कर सकते हैं। कैंसर न होने की गारंटी नहींइतनी खूबियों के बाद भी डॉक्टर मानते हैं कि मगर सिर्फ अखरोट के सेवन से कैंसर न होने की गारंटी नहीं ली जा सकती है। इसको रोजाना खाने से ब्रेस्ट कैंसे नहीं होगा, यह सोचना गलत है। अखरोट को हेल्दी डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है। इसे पूरा इलाज नहीं माना जा सकता है। निष्कर्ष क्या है अखरोट से जुड़ा यह दावा सजग फैक्ट चेक टीम की जांच में हाफ ट्रुथ पाया गया है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि यह सच के करीब जरूरी है लेकिन इसके वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं हैं इसलिए इसे आंशिक रूप से सही माना जा सकता है। हेल्थ से जुड़ा कोई भी निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लिया जाना चाहिए।
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