सूरज मौर्या, हाथरस। उत्तर प्रदेश को बहुत जल्द एक और एक्सप्रेस-वे की सौगात मिलने जा रही है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से आगरा और अलीगढ़ के बीच की दूरी महज एक घंटे में तय हो जाएगी। इस फॉर लेन एक्सप्रेसवे का नाम है, आगरा-अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, जो हाथरस जिले से होकर गुजरेगा। भारत माला परियोजना के तहत तैयार हो रहे इस एक्सप्रेसवे का पहला चरण बहुत जल्द पूरा होने जा रहा है और पहले चरण में एक्सप्रेसवे की लंबाई करीब 28 किलोमीटर होगी। इसका बजट 716.5 करोड़ रुपये है।
भारत माला परियोजना के तहत आगरा से अलीगढ़ के बीच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो रहा है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से लोगों के समय की बचत होगी और दूरी भी घटकर काफी कम हो जाएगी। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के जरिए महज 1 घंटे के भीतर आगरा से अलीगढ़ का सफर तय हो जाएगा। पहले चरण में अलीगढ़ के नेशनल हाईवे 509 से लेकर हाथरस जिले की सीमा से सटे गांव असरोई तक इसका निर्माण किया जाएगा। आगरा अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को बरेली-मथुरा हाईवे और आगरा-नोएडा यमुना एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा।
इस एक्सप्रेसवे के लिए हाथरस जिले के 48 गांवों की 322 हेक्टेयर जमीन को अधिग्रहण करने का काम चल रहा है। अधिग्रहण में करीब 50 फीसदी किसानों को मुआवजा भी दिया जा चुका है, जिसमें हाथरस जिले के कोरना-चमरुआ, रामगढ़ और कंजौली सहित कई गांवों में एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू हो गया है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आगरा से अलीगढ़ की दूरी महज 64.90 किलोमीटर रह जाएगी।
आगरा अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को फोर लेन में बनाया जा रहा है। इसके लिए 400 किसानों को 600 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि का भुगतान किया जाना है। एक्सप्रेसवे की कुल लागत 1536.9 करोड़ रुपये है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी की तरफ से पहले चरण में एक्सप्रेसवे का निर्माण कराने के लिए हरियाणा के फरीदाबाद की कंपनी KRC इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लि. को टेंडर दिया गया है। वहीं, दूसरे चरण में आगरा के खंदौली से हाथरस के असरोई तक कुल 36.9 किलोमीटर का निर्माण कार्य कर, इसे यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इसके लिए गाजियाबाद की कंपनी JSP प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को 820.4 करोड़ का टेंडर दिया गया है।
भारत माला परियोजना के तहत आगरा से अलीगढ़ के बीच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो रहा है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से लोगों के समय की बचत होगी और दूरी भी घटकर काफी कम हो जाएगी। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के जरिए महज 1 घंटे के भीतर आगरा से अलीगढ़ का सफर तय हो जाएगा। पहले चरण में अलीगढ़ के नेशनल हाईवे 509 से लेकर हाथरस जिले की सीमा से सटे गांव असरोई तक इसका निर्माण किया जाएगा। आगरा अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को बरेली-मथुरा हाईवे और आगरा-नोएडा यमुना एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा।
इस एक्सप्रेसवे के लिए हाथरस जिले के 48 गांवों की 322 हेक्टेयर जमीन को अधिग्रहण करने का काम चल रहा है। अधिग्रहण में करीब 50 फीसदी किसानों को मुआवजा भी दिया जा चुका है, जिसमें हाथरस जिले के कोरना-चमरुआ, रामगढ़ और कंजौली सहित कई गांवों में एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू हो गया है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आगरा से अलीगढ़ की दूरी महज 64.90 किलोमीटर रह जाएगी।
आगरा अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को फोर लेन में बनाया जा रहा है। इसके लिए 400 किसानों को 600 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि का भुगतान किया जाना है। एक्सप्रेसवे की कुल लागत 1536.9 करोड़ रुपये है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी की तरफ से पहले चरण में एक्सप्रेसवे का निर्माण कराने के लिए हरियाणा के फरीदाबाद की कंपनी KRC इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लि. को टेंडर दिया गया है। वहीं, दूसरे चरण में आगरा के खंदौली से हाथरस के असरोई तक कुल 36.9 किलोमीटर का निर्माण कार्य कर, इसे यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इसके लिए गाजियाबाद की कंपनी JSP प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को 820.4 करोड़ का टेंडर दिया गया है।
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