किशनगंज: बिहार के किशनगंज जिले में स्थित सिख माइनॉरिटी के लिए समर्पित माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज इन दिनों सुर्खियों में है। इसके साथ ही चर्चा में हैं उसके कर्ता धर्ता और सर्वेसर्वा डॉ. दिलीप जायसवाल। डॉ. दिलीप जायसवाल वर्तमान में बिहार प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष भी हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने एक फेसबुक पेज को लेकर प्रशांत किशोर पर गंभीर आरोप लगाया। उसके साथ ही साइबर थाने में मामला दर्ज करने की बात कही। उसके बाद प्रशांत किशोर ने जवाब में दिलीप जायसवाल पर हमला करते हुए कहा कि वे एमजीएम मेडिकल कॉलेज में मामूली क्लर्क होते हुए अचानक उसके मुखिया कैसे बन गए? प्रशांत किशोर ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के पूर्व कर्ता- धर्ता करतार सिंह की संदिग्ध मौत कैसे हुई? पीके ने दिलीप जायसवाल के साथ- साथ पीएम मोदी तक से जवाब देने की मांग कर दी।
बहुत जल्द खुलासा!
अब प्रशांत किशोर बहुत जल्द एक विस्तृत प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं। प्रशांत किशोर मेडिकल कॉलेज और उससे जुड़े हुए कई कागजात जमा कर चुके हैं। बहुत जल्द वे मीडिया के सामने बड़ा खुलासा करने वाले हैं। इस बीच किशनगंज में माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। स्थानीय लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर प्रशांत किशोर के सवालों का समर्थन किया। लोगों ने कहा कि दिलीप जायसवाल सब कुछ मैनेज करने में माहिर हैं। उनके खिलाफ जो भी मुंह खोलता है, उसका मुंह बंद कर दिया जाता है। बड़े- बड़े मीडिया घरानों को मेडिकल कॉलेज से सलाना करोड़ों का विज्ञापन दिया जाता है। कोई भी मीडिया संस्थान दिलीप जायसवाल और मेडिकल कॉलेज के खिलाफ कुछ नहीं बोलता। लेकिन अब चुकी प्रशांत किशोर सवाल उठा रहे हैं, तो सबका ध्यान जा रहा है।
स्थानीय नेताओं से संबंध
किशनगंज के एक समाजसेवी ने कहा कि दिलीप जायसवाल की खासियत है। वे सब कुछ मैनेज करने में माहिर हैं। बात को कैसे दबाई जाती है और कौन सी बात को सही जगह पहुंचाया जाता है। दिलीप जायसवाल से सीखा जा सकता है। उन्होंने बीजेपी और राजनीति को इसलिए ज्वाइन किया, ताकि उनका सब कुछ पर्दे में रहे। वे हमेशा पावर के साथ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि सीमांचल के अन्य पार्टियों के नेताओं को वो विभिन्न तरीके से अनुगृहीत करते हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पूर्व में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव की बहन ने डॉक्टरी की पढ़ाई की है। इसके अलावा वे स्थानीय नेताओं को समय- समय पर आर्थिक मदद पहुंचाते रहते हैं, ताकि उनके खिलाफ कोई आवाज बाहर नहीं आए।
प्रशांत किशोर के सवाल?
अब जब प्रशांत किशोर ने सवाल पर सवाल दागा है, उसके बाद बीजेपी के अंदर बेचैनी है। बताया जा रहा है कि बीजेपी प्रशांत किशोर और दिलीप जायसवाल प्रकरण पर पूरी तरह ध्यान रखे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व भी दिलीप जायसवाल पर लगे आरोपों के बारे में विचार कर रहा है। बीजेपी से जुड़े हुए एक नेता ने बताया कि प्रशांत किशोर के आरोपों के बाद बीजेपी के अंदर दिलीप जायसवाल विरोधी गुट सक्रिय हो गया है। नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बीजेपी से जुड़े कुछ लोगों ने मीडिया में चल रही खबरों का विस्तृत विवरण पार्टी नेतृत्व को भेजा है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक ऐसा कुछ नहीं है। दिलीप जायसवाल ने केंद्रीय नेतृत्व से जुड़े कुछ बड़े नेताओं के रिश्तेदारों के बच्चों को कॉलेज में नामांकन दे रखा है। कोई कुछ नहीं बोलेगा। हालांकि, इतना तो तय है कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में दाल में कुछ काला है, इस अंदाज में चर्चा शुरू हो गई है!
दिलीप जायसवाल जवाब दें- पीके
प्रशांत किशोर ने हाल में दिलीप जायसवाल से पूछा है कि वो बताएं कि वो क्लर्क से मेडिकल कॉलेज के सर्वेसर्वा कैसे बने। पीके ने ये भी पूछा है कि दिलीप जायसवाल को बताना चाहिए कि किन- किन बड़े नेताओं के बच्चों को माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से पढ़ाकर डॉक्टर बनाया गया है। पीके ने साफ कहा है कि दिलीप जायसवाल ने तमाम पार्टियों के दर्जनों नेताओं के बच्चों को डॉक्टर बनाने का काम किया है। पीके ने चैलेज देते हुए कहा है कि अगर दिलीप जायसवाल उनके सवालों का जवाब नहीं देते हैं तो वो कुछ दिन बाद सारे कागजात के साथ जायसवाल और कॉलेज के बारे में खुलासा करेंगे। प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार से पूरे मामले की जांच की मांग की है।
नीतीश सरकार करे जांच- पीके
पीके ने दिलीप जायसवाल को अपनी ही सरकार से पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। पीके ने कहा है कि जिस कॉलेज पर दिलीप जायसवाल कब्जा करके बैठे हैं। उस कॉलेज में क्लर्क हुआ करते थे। साइकिल से चलते थे। पूरे किशनगंज के लोगों ने देखा है कि दिलीप जायसवाल मेडिकल कॉलेज में क्या करते थे। ये आज उस कॉलेज को कब्जा करके बैठे हैं। उस पर कब्जा कैसे किया बताएं? पिछले 20- 30 सालों में किस नेता के बेटे और बेटी ने इस मेडिकल कॉलेज से डिग्री हासिल की है। पीके ने साफ कहा है कि दिलीप जायसवाल ने इस बार गलत बटन दबा दिया है। उनको लग रहा है कि हमें डरा दिया है। बस दो तीन दिन इंतजार कीजिए। सब कुछ का खुलासा होगा। अपनी सिख बहू को कॉलेज का इंचार्ज बना दिया है। क्योंकि कॉलेज का मालिक सिख ही हो सकता है। अलग- अलग पार्टियों के 50 नेताओं के बच्चों ने यहां से डिग्री हासिल की है, दिलीप जायसवाल को पूरा डिटेल देना होगा।
बहुत जल्द खुलासा!
अब प्रशांत किशोर बहुत जल्द एक विस्तृत प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं। प्रशांत किशोर मेडिकल कॉलेज और उससे जुड़े हुए कई कागजात जमा कर चुके हैं। बहुत जल्द वे मीडिया के सामने बड़ा खुलासा करने वाले हैं। इस बीच किशनगंज में माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। स्थानीय लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर प्रशांत किशोर के सवालों का समर्थन किया। लोगों ने कहा कि दिलीप जायसवाल सब कुछ मैनेज करने में माहिर हैं। उनके खिलाफ जो भी मुंह खोलता है, उसका मुंह बंद कर दिया जाता है। बड़े- बड़े मीडिया घरानों को मेडिकल कॉलेज से सलाना करोड़ों का विज्ञापन दिया जाता है। कोई भी मीडिया संस्थान दिलीप जायसवाल और मेडिकल कॉलेज के खिलाफ कुछ नहीं बोलता। लेकिन अब चुकी प्रशांत किशोर सवाल उठा रहे हैं, तो सबका ध्यान जा रहा है।
स्थानीय नेताओं से संबंध
किशनगंज के एक समाजसेवी ने कहा कि दिलीप जायसवाल की खासियत है। वे सब कुछ मैनेज करने में माहिर हैं। बात को कैसे दबाई जाती है और कौन सी बात को सही जगह पहुंचाया जाता है। दिलीप जायसवाल से सीखा जा सकता है। उन्होंने बीजेपी और राजनीति को इसलिए ज्वाइन किया, ताकि उनका सब कुछ पर्दे में रहे। वे हमेशा पावर के साथ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि सीमांचल के अन्य पार्टियों के नेताओं को वो विभिन्न तरीके से अनुगृहीत करते हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पूर्व में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव की बहन ने डॉक्टरी की पढ़ाई की है। इसके अलावा वे स्थानीय नेताओं को समय- समय पर आर्थिक मदद पहुंचाते रहते हैं, ताकि उनके खिलाफ कोई आवाज बाहर नहीं आए।
दिलीप जायसवाल को हिसाब देना होगा? #BREAKING pic.twitter.com/bx7G1MRpd4
— NBT Bihar (@NBTBihar) June 26, 2025
प्रशांत किशोर के सवाल?
अब जब प्रशांत किशोर ने सवाल पर सवाल दागा है, उसके बाद बीजेपी के अंदर बेचैनी है। बताया जा रहा है कि बीजेपी प्रशांत किशोर और दिलीप जायसवाल प्रकरण पर पूरी तरह ध्यान रखे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व भी दिलीप जायसवाल पर लगे आरोपों के बारे में विचार कर रहा है। बीजेपी से जुड़े हुए एक नेता ने बताया कि प्रशांत किशोर के आरोपों के बाद बीजेपी के अंदर दिलीप जायसवाल विरोधी गुट सक्रिय हो गया है। नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बीजेपी से जुड़े कुछ लोगों ने मीडिया में चल रही खबरों का विस्तृत विवरण पार्टी नेतृत्व को भेजा है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक ऐसा कुछ नहीं है। दिलीप जायसवाल ने केंद्रीय नेतृत्व से जुड़े कुछ बड़े नेताओं के रिश्तेदारों के बच्चों को कॉलेज में नामांकन दे रखा है। कोई कुछ नहीं बोलेगा। हालांकि, इतना तो तय है कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में दाल में कुछ काला है, इस अंदाज में चर्चा शुरू हो गई है!
दिलीप जायसवाल जवाब दें- पीके
प्रशांत किशोर ने हाल में दिलीप जायसवाल से पूछा है कि वो बताएं कि वो क्लर्क से मेडिकल कॉलेज के सर्वेसर्वा कैसे बने। पीके ने ये भी पूछा है कि दिलीप जायसवाल को बताना चाहिए कि किन- किन बड़े नेताओं के बच्चों को माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से पढ़ाकर डॉक्टर बनाया गया है। पीके ने साफ कहा है कि दिलीप जायसवाल ने तमाम पार्टियों के दर्जनों नेताओं के बच्चों को डॉक्टर बनाने का काम किया है। पीके ने चैलेज देते हुए कहा है कि अगर दिलीप जायसवाल उनके सवालों का जवाब नहीं देते हैं तो वो कुछ दिन बाद सारे कागजात के साथ जायसवाल और कॉलेज के बारे में खुलासा करेंगे। प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार से पूरे मामले की जांच की मांग की है।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर बिहार बीजेपी की ओर से उन्हें याद किया गया, सुनिए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष @DilipJaiswalBJP क्या कह रहे हैं- #ShyamaPrasadMukherjee pic.twitter.com/VwN7lVdYbY
— NBT Bihar (@NBTBihar) June 23, 2025
नीतीश सरकार करे जांच- पीके
पीके ने दिलीप जायसवाल को अपनी ही सरकार से पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। पीके ने कहा है कि जिस कॉलेज पर दिलीप जायसवाल कब्जा करके बैठे हैं। उस कॉलेज में क्लर्क हुआ करते थे। साइकिल से चलते थे। पूरे किशनगंज के लोगों ने देखा है कि दिलीप जायसवाल मेडिकल कॉलेज में क्या करते थे। ये आज उस कॉलेज को कब्जा करके बैठे हैं। उस पर कब्जा कैसे किया बताएं? पिछले 20- 30 सालों में किस नेता के बेटे और बेटी ने इस मेडिकल कॉलेज से डिग्री हासिल की है। पीके ने साफ कहा है कि दिलीप जायसवाल ने इस बार गलत बटन दबा दिया है। उनको लग रहा है कि हमें डरा दिया है। बस दो तीन दिन इंतजार कीजिए। सब कुछ का खुलासा होगा। अपनी सिख बहू को कॉलेज का इंचार्ज बना दिया है। क्योंकि कॉलेज का मालिक सिख ही हो सकता है। अलग- अलग पार्टियों के 50 नेताओं के बच्चों ने यहां से डिग्री हासिल की है, दिलीप जायसवाल को पूरा डिटेल देना होगा।
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