गंगटोक: उत्तरी सिक्किम में भारी बारिश के कारण बड़ी तबाही मची है। लाचुंग और चुंगथांग में फंसे 1,678 पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया। लेकिन लाचेन में अभी भी 100 से ज्यादा पर्यटक फंसे हुए हैं। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने लाचुंग में सड़क ठीक कर दी। इसके बाद पर्यटकों को निकालने का काम शुरू हो सका। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अक्षय सचदेवा ने बताया कि पर्यटकों को गंगटोक ले जाया गया और लाचेन में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश जारी है। भारी बारिश के कारण मंगन जिले में भूस्खलन हुआ। इससे सड़कें बाधित हो गईं। उधर, सिक्किम के छातेन में एक सैन्य शिविर के भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम तीन सैनिकों की मौत हो गई और छह सुरक्षाकर्मी लापता हो गए। एक रक्षा अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
6 सुरक्षाकर्मी अब भी लापता
अधिकारी ने बताया कि मंगन जिले के लाचेन नगर में तेज बारिश के कारण यह भूस्खलन रविवार शाम करीब सात बजे हुआ। लगातार हो रही बारिश की वजह से छातेन इलाके में हुए भीषण भूस्खलन की घटना में तीन सैनिकों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान हवलदार लखविंदर सिंह, लांस नायक मनीष ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखाड़ा के रूप में हुई है। बयान के अनुसार, तीनों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि चार अन्य सैनिकों को मामूली चोट आई है। उन्होंने कहा कि चुनौतियों भरे हालात में बचाव दल लापता छह जवानों की तलाश में जुटा है। रक्षा अधिकारी ने बताया कि सेना ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। साथ ही शोकाकुल परिवारीजनों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
284 वाहनों से रवाना हुए फंसे पर्यटक
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने मंगन जिले के लाचुंग में सड़क को ठीक कर दिया। इसके बाद पर्यटकों को निकालने का काम शुरू किया गया। कई दिनों से लाचुंग और चुंगथांग में फंसे 1,678 पर्यटक 284 वाहनों और 16 मोटरसाइकिलों में द्जोंगू शहर के पास फिदांग के रास्ते गंगटोक के लिए रवाना हुए। डीजीपी अक्षय सचदेवा खुद फिदांग में पर्यटकों का स्वागत करने के लिए मौजूद थे। उन्होंने बताया कि मंगन जिले के कलेक्टर अनंत जैन और पुलिस अधीक्षक (एसपी) सोनम देचू भूटिया पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काफिले के साथ थे। एक अधिकारी ने बताया कि पर्यटकों को ले जा रहे वाहनों का काफिला थेंग चेक पोस्ट से होते हुए राज्य की राजधानी की ओर रवाना होने से पहले फदांग पहुंचा। इस काफिले में 737 पुरुष, 561 महिलाएं और 380 बच्चे शामिल थे।
लगातार बारिश से कई हिस्सों में भूस्खलन
दरअसल 29 मई से लगातार हो रही बारिश के कारण मंगन जिले के कई हिस्सों में भूस्खलन हुआ। इससे फिदांग और संगकालांग में पुलों को भी नुकसान पहुंचा था, जिससे कई दिनों तक सड़क संपर्क बाधित रहा। जिला प्रशासन ने बीआरओ और अन्य एजेंसियों से मदद मांगी थी। इसके बाद बीआरओ ने सड़क नेटवर्क को बहाल करने का काम शुरू किया। ताकि वाहनों की आवाजाही फिर से शुरू हो सके। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बीआरओ की टीमों ने मलबा हटाया। क्षतिग्रस्त हिस्सों का पुनर्निर्माण किया और लाचुंग की ओर एकतरफा वाहन संपर्क के लिए फिदांग में सस्पेंशन पुल के पास खतरनाक दरार को ठीक किया।
130 मिलीमीटर से अधिक बारिश से मची तबाही
इससे फंसे हुए पर्यटकों को लाचुंग-चुंगथांग-शिपग्येरे-संकलंग-डिकचू सड़क के माध्यम से निकालने का रास्ता साफ हो गया। लगभग 130 मिलीमीटर से अधिक बारिश के कारण लाचेन, लाचुंग, गुरुडोंगमार, फूलों की घाटी और जीरो पॉइंट जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के मार्गों पर भारी नुकसान हुआ। आपदा के कारण कई स्थानों पर दरारें पड़ गईं। पुलों को नुकसान पहुंचा और डिकचू-सांकलांग-शिपग्येर रोड, चुंगथांग-लाचेन-जीमा और चुंगथांग-लाचुंग सड़कों जैसे महत्वपूर्ण सड़क खंडों पर बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ। लाचेन और लाचुंग की ओर जाने वाले जरूरी रास्ते पूरी तरह से कट गए थे। इसके अलावा लाचेन में दो महत्वपूर्ण पुल भी बह गए।
पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी
पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग ने एक सलाह जारी की है। इसमें सभी पर्यटकों से सिक्किम की यात्रा करते समय सावधानी बरतने और नवीनतम सड़क और मौसम की जानकारी के आधार पर अपनी यात्रा की योजना बनाने का आग्रह किया गया है।
6 सुरक्षाकर्मी अब भी लापता
अधिकारी ने बताया कि मंगन जिले के लाचेन नगर में तेज बारिश के कारण यह भूस्खलन रविवार शाम करीब सात बजे हुआ। लगातार हो रही बारिश की वजह से छातेन इलाके में हुए भीषण भूस्खलन की घटना में तीन सैनिकों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान हवलदार लखविंदर सिंह, लांस नायक मनीष ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखाड़ा के रूप में हुई है। बयान के अनुसार, तीनों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि चार अन्य सैनिकों को मामूली चोट आई है। उन्होंने कहा कि चुनौतियों भरे हालात में बचाव दल लापता छह जवानों की तलाश में जुटा है। रक्षा अधिकारी ने बताया कि सेना ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। साथ ही शोकाकुल परिवारीजनों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
284 वाहनों से रवाना हुए फंसे पर्यटक
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने मंगन जिले के लाचुंग में सड़क को ठीक कर दिया। इसके बाद पर्यटकों को निकालने का काम शुरू किया गया। कई दिनों से लाचुंग और चुंगथांग में फंसे 1,678 पर्यटक 284 वाहनों और 16 मोटरसाइकिलों में द्जोंगू शहर के पास फिदांग के रास्ते गंगटोक के लिए रवाना हुए। डीजीपी अक्षय सचदेवा खुद फिदांग में पर्यटकों का स्वागत करने के लिए मौजूद थे। उन्होंने बताया कि मंगन जिले के कलेक्टर अनंत जैन और पुलिस अधीक्षक (एसपी) सोनम देचू भूटिया पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काफिले के साथ थे। एक अधिकारी ने बताया कि पर्यटकों को ले जा रहे वाहनों का काफिला थेंग चेक पोस्ट से होते हुए राज्य की राजधानी की ओर रवाना होने से पहले फदांग पहुंचा। इस काफिले में 737 पुरुष, 561 महिलाएं और 380 बच्चे शामिल थे।
लगातार बारिश से कई हिस्सों में भूस्खलन
दरअसल 29 मई से लगातार हो रही बारिश के कारण मंगन जिले के कई हिस्सों में भूस्खलन हुआ। इससे फिदांग और संगकालांग में पुलों को भी नुकसान पहुंचा था, जिससे कई दिनों तक सड़क संपर्क बाधित रहा। जिला प्रशासन ने बीआरओ और अन्य एजेंसियों से मदद मांगी थी। इसके बाद बीआरओ ने सड़क नेटवर्क को बहाल करने का काम शुरू किया। ताकि वाहनों की आवाजाही फिर से शुरू हो सके। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बीआरओ की टीमों ने मलबा हटाया। क्षतिग्रस्त हिस्सों का पुनर्निर्माण किया और लाचुंग की ओर एकतरफा वाहन संपर्क के लिए फिदांग में सस्पेंशन पुल के पास खतरनाक दरार को ठीक किया।
130 मिलीमीटर से अधिक बारिश से मची तबाही
इससे फंसे हुए पर्यटकों को लाचुंग-चुंगथांग-शिपग्येरे-संकलंग-डिकचू सड़क के माध्यम से निकालने का रास्ता साफ हो गया। लगभग 130 मिलीमीटर से अधिक बारिश के कारण लाचेन, लाचुंग, गुरुडोंगमार, फूलों की घाटी और जीरो पॉइंट जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के मार्गों पर भारी नुकसान हुआ। आपदा के कारण कई स्थानों पर दरारें पड़ गईं। पुलों को नुकसान पहुंचा और डिकचू-सांकलांग-शिपग्येर रोड, चुंगथांग-लाचेन-जीमा और चुंगथांग-लाचुंग सड़कों जैसे महत्वपूर्ण सड़क खंडों पर बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ। लाचेन और लाचुंग की ओर जाने वाले जरूरी रास्ते पूरी तरह से कट गए थे। इसके अलावा लाचेन में दो महत्वपूर्ण पुल भी बह गए।
पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी
पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग ने एक सलाह जारी की है। इसमें सभी पर्यटकों से सिक्किम की यात्रा करते समय सावधानी बरतने और नवीनतम सड़क और मौसम की जानकारी के आधार पर अपनी यात्रा की योजना बनाने का आग्रह किया गया है।