मुंबई : गोरेगांव ईस्ट के आरे कॉलोनी में जूनियर कॉलेज की 17 वर्षीय छात्रा ने हाईराइज इमारत की 23वीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली। कहा जा रहा है कि छात्रा ने बेडरूम की खिड़की से छलांग लगाई थी। पुलिस इसकी जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि आठ महीने में इस आवासीय परिसर में आत्महत्या का यह चौथा केस है। मरने वालों में तीन छात्र शामिल है। मृतका एक बड़े रियल एस्टेट डिवेलपर की इकलौती संतान थी। वह अगले हफ्ते लंदन जाने वाली थी।
हालांकि, मौके से कोई सूइसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन प्राथमिक जांच में सामने आया है कि वह दो साल से डिप्रेशन से जूझ रही थी। इलाज भी चल रहा था। वह 15 दिन बाद लंदन जाने वाली थी, जहां उसे आगे की पढ़ाई के लिए कॉलेज में दाखिला मिला था। घटना के समय वह 23वीं मंजिल स्थित फ्लैट के अपने रूम में पढ़ाई कर रही थी। मां रसोई में थी जबकि दादा-दादी दूसरे कमरे में थे।
लंदन से लौटे थे माता-पितामृतका के माता-पिता के अनुसार, घटना के पीछे अवसाद ही मुख्य वजह है पुलिस छात्रा के माता-पिता, दोस्त, स्कूल और इलाज करने वाले डॉक्टर का बयान दर्ज करने में जुटी है। पुलिस को माता-पिता से पता चला कि वह यूके में पढ़ाई जारी रखना चाहती थी। इसलिए वे लोग पिछले महीने लंदन भी गए थे।
19 साल के छात्र ने की थी आत्महत्याइसी आवासीय परिसर में 2 जुलाई को भी इसी तरह की एक दुखद घटना हुई थी, 19 साल के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली थी। छात्र की आत्महत्या पर कहा गया था कि उसे जर्मनी में अपने दीक्षांत समारोह में जाना था। उसे मुंबई एयरपोर्ट में प्रवेश नहीं करने दिया गया क्योंकि वह अपना यात्रा का परमिट घर पर ही भूल गया था।
वह अपने माता-पिता से बात करता रहा। जिन्होंने सोचा कि वह फ्लाइट में चढ़ गया है। लेकिन छात्र एयरपोर्ट से निकला, पहले जुहू बीच गया, वहां उसने अपना सारा सामान छोड़ दिया और आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि सफल नहीं हुआ और फिर वह वापस अपने हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में वापस आ गया। उसके बाद वह 42वीं मंजिल से कूद गया।
8 महीने में चौथा मामलापिछले आठ महीनों में इसी आवासीय परिसर में आत्महत्या का यह चौथा केस है। मरने वालों में तीन छात्र शामिल हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इन आत्महत्याओं के पीछे कोई और वजह तो नहीं।
अवसाद पीड़ित यहां से ले सकते हैं मदद
022-27546669
+918422984528,
+918422984529,
+918422984530
हालांकि, मौके से कोई सूइसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन प्राथमिक जांच में सामने आया है कि वह दो साल से डिप्रेशन से जूझ रही थी। इलाज भी चल रहा था। वह 15 दिन बाद लंदन जाने वाली थी, जहां उसे आगे की पढ़ाई के लिए कॉलेज में दाखिला मिला था। घटना के समय वह 23वीं मंजिल स्थित फ्लैट के अपने रूम में पढ़ाई कर रही थी। मां रसोई में थी जबकि दादा-दादी दूसरे कमरे में थे।
लंदन से लौटे थे माता-पितामृतका के माता-पिता के अनुसार, घटना के पीछे अवसाद ही मुख्य वजह है पुलिस छात्रा के माता-पिता, दोस्त, स्कूल और इलाज करने वाले डॉक्टर का बयान दर्ज करने में जुटी है। पुलिस को माता-पिता से पता चला कि वह यूके में पढ़ाई जारी रखना चाहती थी। इसलिए वे लोग पिछले महीने लंदन भी गए थे।
19 साल के छात्र ने की थी आत्महत्याइसी आवासीय परिसर में 2 जुलाई को भी इसी तरह की एक दुखद घटना हुई थी, 19 साल के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली थी। छात्र की आत्महत्या पर कहा गया था कि उसे जर्मनी में अपने दीक्षांत समारोह में जाना था। उसे मुंबई एयरपोर्ट में प्रवेश नहीं करने दिया गया क्योंकि वह अपना यात्रा का परमिट घर पर ही भूल गया था।
वह अपने माता-पिता से बात करता रहा। जिन्होंने सोचा कि वह फ्लाइट में चढ़ गया है। लेकिन छात्र एयरपोर्ट से निकला, पहले जुहू बीच गया, वहां उसने अपना सारा सामान छोड़ दिया और आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि सफल नहीं हुआ और फिर वह वापस अपने हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में वापस आ गया। उसके बाद वह 42वीं मंजिल से कूद गया।
8 महीने में चौथा मामलापिछले आठ महीनों में इसी आवासीय परिसर में आत्महत्या का यह चौथा केस है। मरने वालों में तीन छात्र शामिल हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इन आत्महत्याओं के पीछे कोई और वजह तो नहीं।
अवसाद पीड़ित यहां से ले सकते हैं मदद
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