पटनाः राजधानी पटना के दानापुर में चोरों का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। अब चोर बंद फ्लैट ही नहीं, बल्कि ऐसे मकानों को निशाना बना रहे हैं जहां कीमती जेवरात रखे होते हैं। दानापुर के रूपसपुर थाना क्षेत्र स्थित आईएएस कॉलोनी, गिरिजानंदन एनक्लेव और मुरलीधर अपार्टमेंट जैसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाकों में दिनदहाड़े चोरी की घटनाओं से लोग सहमे हुए हैं। गोल्ड डिटेक्टर से पहचान रहे हैं जेवरात की जगह?स्थानीय लोगों का कहना है कि चोर इतने शातिर हैं कि सिर्फ वहीं जगह तोड़ रहे हैं जहां सोना रखा गया होता है। कई लोगों को शक है कि चोर ‘गोल्ड डिटेक्टर’ जैसी तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि बिना समय गंवाए सीधे जेवरात पर हाथ साफ किया जा सके। 50 लाख की चोरी, गार्ड नीचे बैठा रह गयागिरिजानंदन एनक्लेव के दो फ्लैट और मुरलीधर अपार्टमेंट में दिन के उजाले में चोरों ने ताले तोड़े और लगभग 50 लाख रुपये से ज्यादा के गहने लेकर फरार हो गए। जबकि इन इमारतों में गार्ड मौजूद थे, लेकिन उन्हें कुछ भनक तक नहीं लगी। सीसीटीवी में कैद हुए चोर, पर पुलिस खाली हाथचोरी की घटनाओं की तस्वीरें सीसीटीवी में साफ-साफ कैद हुई हैं, फिर भी पुलिस अब तक किसी भी आरोपी को पहचान नहीं सकी है। पुलिसिया गश्ती नदारद है और पीड़ित परिवार खुद को बेसहारा महसूस कर रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में दर्जनों फ्लैट बने शिकारआईएएस कॉलोनी समेत आसपास के इलाकों में बीते एक सप्ताह में दर्जनों फ्लैट चोरों के निशाने पर आ चुके हैं। इनमें से कई घटनाएं दिन के उजाले में हुईं, जिससे साफ है कि चोरों को पुलिस का कोई डर नहीं रह गया है। ‘बर्बाद कर दिया, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही-पीड़ितजिन परिवारों के घरों में चोरी हुई, उनका कहना है कि वर्षों की कमाई और धरोहर एक झटके में लुट गई। वे कहते हैं-‘चोर सब कुछ ले गए, लेकिन पुलिस न तो गश्त कर रही है, न कोई ठोस कार्रवाई।’ अब अगला नंबर किसका?चोरों की तस्वीरें सार्वजनिक होने के बावजूद, गिरफ्तारी नहीं हो पाना पुलिस प्रशासन की लाचारी को दर्शाता है। शहर के लोग सवाल कर रहे हैं- अगर आईएएस कॉलोनी तक सुरक्षित नहीं है, तो आम आदमी की सुरक्षा कौन करेगा?
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