पटना: बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर एनडीए के सहयोगी और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने नीतीश सरकार में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए है। उन्होंने पुलिस विभाग पर अपराधियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। चिराग पासवान ने पटना में लगातार हो रही हत्याओं पर चिंता जताई है। उन्होंने पुलिस के ADG हेडक्वार्टर के एक बयान की भी आलोचना की है। इसके पहले चिराग की पार्टी के अन्य सांसदों ने भी कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरा और यूपी की योगी सरकार से सीख लेने की बात कही है।
बिहार में पुलिस और अपराधियों के बीच सांठगांठ: चिराग
चिराग पासवान ने बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पुलिस विभाग को भी लपेटे में लिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में पुलिस और अपराधियों के बीच सांठगांठ है। इसी वजह से अपराधी बच जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस घूसखोरी में लिप्त है। अपराधियों से पैसे लेकर पुलिस चुप रहती है। चिराग पासवान ने इसे सरासर गलत बताया और इस पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की।
चिराग ने जताई एडीजी कुंदन कृष्णन के बयान पर नाराजगी
लोजपा (आर) के अध्यक्ष और हाजीपुर से सांसद चिराग पासवान ने पटना में लगातार हो रही हत्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने पारस अस्पताल में हुए चंदन मिश्रा हत्याकांड को लेकर बिहार पुलिस के ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन के बयान पर भी नाराजगी जताई। कुंदन कृष्णन ने कहा था कि 'पिछले कई सालों से यह ट्रेंड रहा है, जब तक बरसात नहीं होती है, तब तक ये सिलसिला जारी रहता है। अप्रैल, मई-जून के महीने में वर्षों से ज्यादा मर्डर होते आए हैं, क्योंकि ज्यादातर किसानों के पास कोई काम नहीं होता है। बरसात होने के बाद किसान समाज के लोग व्यस्त हो जाते हैं।'
अपराधियों के बजाय पुलिस का ध्यान बेवजह के बयानों पर ज्यादा: चिराग
चिराग पासवान ने ADG कुंदन कृष्णन के इस बयान को निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि 'बिहार पुलिस के ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन का बयान अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे अन्नदाता किसानों को अपरोक्ष रूप से हत्यारा बताना न सिर्फ उनके मान-सम्मान का अपमान है, बल्कि उनके त्याग और परिश्रम का भी अनादर है। अपराधियों पर शिकंजा कसने के बजाय बिहार पुलिस का ध्यान बेवजह के बयानों पर ज्यादा है, जो बेहद चिंताजनक है। प्रशासन को अपनी प्राथमिकता स्पष्ट करनी चाहिए।'
चिराग पासवान से पहले, उनकी पार्टी के जमुई से सांसद और जीजा अरुण भारती और खगड़िया से सांसद राजेश वर्मा ने भी कानून व्यवस्था के मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरा था। उन्होंने नीतीश सरकार को यूपी की योगी सरकार से सीख लेने की सलाह दी थी।
बिहार में पुलिस और अपराधियों के बीच सांठगांठ: चिराग
चिराग पासवान ने बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पुलिस विभाग को भी लपेटे में लिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में पुलिस और अपराधियों के बीच सांठगांठ है। इसी वजह से अपराधी बच जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस घूसखोरी में लिप्त है। अपराधियों से पैसे लेकर पुलिस चुप रहती है। चिराग पासवान ने इसे सरासर गलत बताया और इस पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की।
चिराग ने जताई एडीजी कुंदन कृष्णन के बयान पर नाराजगी
लोजपा (आर) के अध्यक्ष और हाजीपुर से सांसद चिराग पासवान ने पटना में लगातार हो रही हत्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने पारस अस्पताल में हुए चंदन मिश्रा हत्याकांड को लेकर बिहार पुलिस के ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन के बयान पर भी नाराजगी जताई। कुंदन कृष्णन ने कहा था कि 'पिछले कई सालों से यह ट्रेंड रहा है, जब तक बरसात नहीं होती है, तब तक ये सिलसिला जारी रहता है। अप्रैल, मई-जून के महीने में वर्षों से ज्यादा मर्डर होते आए हैं, क्योंकि ज्यादातर किसानों के पास कोई काम नहीं होता है। बरसात होने के बाद किसान समाज के लोग व्यस्त हो जाते हैं।'
अपराधियों के बजाय पुलिस का ध्यान बेवजह के बयानों पर ज्यादा: चिराग
चिराग पासवान ने ADG कुंदन कृष्णन के इस बयान को निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि 'बिहार पुलिस के ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन का बयान अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे अन्नदाता किसानों को अपरोक्ष रूप से हत्यारा बताना न सिर्फ उनके मान-सम्मान का अपमान है, बल्कि उनके त्याग और परिश्रम का भी अनादर है। अपराधियों पर शिकंजा कसने के बजाय बिहार पुलिस का ध्यान बेवजह के बयानों पर ज्यादा है, जो बेहद चिंताजनक है। प्रशासन को अपनी प्राथमिकता स्पष्ट करनी चाहिए।'
चिराग पासवान से पहले, उनकी पार्टी के जमुई से सांसद और जीजा अरुण भारती और खगड़िया से सांसद राजेश वर्मा ने भी कानून व्यवस्था के मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरा था। उन्होंने नीतीश सरकार को यूपी की योगी सरकार से सीख लेने की सलाह दी थी।
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