भारतीय टीम शुक्रवार से शुरू हो रही दो टेस्ट मैच की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका का सामना करने के लिए तैयार है और मेजबान टीम के सहायक कोच रेयान टेन डोएशे को उम्मीद है कि उनके बल्लेबाजों ने पिछले साल घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड से सीरीज में मिली हार से सबक सीखा होगा। टेन डोएशे ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका का स्पिन आक्रमण काफी मजबूत है जिससे उनके खिलाफ मुकाबला करना उपमहाद्वीप की एक टीम के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने जैसा लग रहा है।
स्पिनर्स से बचकर रहना होगाउन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें स्पिनरों द्वारा पेश की गई चुनौती से निपटने में बेहतर होने की जरूरत है। पाकिस्तान में दक्षिण अफ्रीका की हाल की टेस्ट सीरीज में केशव महाराज, साइमन हार्मर, सेनुरन मुथुसैमी और प्रेनेलन सुब्रयन की स्पिन चौकड़ी ने 35 विकेट लेकर दो मैच की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी थी। टेन डोएशे ने कहा, ‘उनके पास चार (तीन विशेषज्ञ) स्पिनर हैं। संभावना है कि वे तीन स्पिनरों के साथ खेलेंगे और यह कुछ हद तक किसी उपमहाद्वीपीय टीम के खिलाफ खेलने जैसा ही है।’
दक्षिण अफ्रीका की टीम तेज और स्पिन दोनों में संतुलित आक्रमण के साथ आई है। अगर कागिसो रबाडा और मार्को यानसेन तेज गेंदबाजी विभाग की कमान संभालते हैं तो उनके पास महाराज, साइमन और मुथुसैमी के रूप में तीन विशेषज्ञ स्पिनर भी हैं। हार्मर (13), मुथुसैमी (11) और महाराज (9) ने दो टेस्ट मैचों में मिलकर 33 विकेट लिए। मुथुसैमी ने 106 रन भी बनाए और उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया।
पहले टेस्ट की प्लानिंग पर की बातटेन डोएशे ने कहा, ‘आमतौर पर आप सबसे पहले तेज गेंदबाजी की चिंता करते हैं और मुझे पूरा यकीन है कि वे दो तेज गेंदबाजों और चार नहीं तो तीन स्पिनरों के साथ उतरेंगे। लेकिन जब आप उपमहाद्वीप में खेल रहे हों तो यह भी एक चुनौती होती है।’ उन्होंने कहा, ‘एक टीम के तौर पर हमें इसमें बेहतर होने की जरूरत है। हमने शुरुआत में ही इस पर ध्यान दिया। यह एक बड़ी चुनौती है।’
एक साल पहले झेलनी पड़ी थी हार
यह चिंता जायज भी लगती है क्योंकि ठीक एक साल पहले भारत को न्यूजीलैंड के हाथों अपने ही घरेलू मैदानों पर 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था। यह हार मुख्यतः स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ लचर प्रदर्शन से हुई थी जिसमें एजाज पटेल (15), मिशेल सैंटनर (13) और ग्लेन फिलिप्स (8) ने मिलकर 36 विकेट लिए थे।
टेन डोएशे ने कहा, ‘उम्मीद है कि हमने न्यूजीलैंड सीरीज से कुछ सीखा होगा। हमने स्पिन गेंदबाजों को खेलने के लिए कुछ योजनाएं बनाई हैं। इन दोनों मैचों में यह बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है। विशेषकर लगभग चार हफ्ते पहले पाकिस्तान में उनके अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए।’
उन्होंने कहा, ‘विश्व टेस्ट चैंपियनशिप बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसी कोई सीरीज नहीं है जिसे आप हल्के में लें या हाथ से जाने दें। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुचना हमारे लिए अहम है। हर कोई इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है। यह एक शानदार मुकाबला होना चाहिए।’
स्पिनर्स से बचकर रहना होगाउन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें स्पिनरों द्वारा पेश की गई चुनौती से निपटने में बेहतर होने की जरूरत है। पाकिस्तान में दक्षिण अफ्रीका की हाल की टेस्ट सीरीज में केशव महाराज, साइमन हार्मर, सेनुरन मुथुसैमी और प्रेनेलन सुब्रयन की स्पिन चौकड़ी ने 35 विकेट लेकर दो मैच की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी थी। टेन डोएशे ने कहा, ‘उनके पास चार (तीन विशेषज्ञ) स्पिनर हैं। संभावना है कि वे तीन स्पिनरों के साथ खेलेंगे और यह कुछ हद तक किसी उपमहाद्वीपीय टीम के खिलाफ खेलने जैसा ही है।’
दक्षिण अफ्रीका की टीम तेज और स्पिन दोनों में संतुलित आक्रमण के साथ आई है। अगर कागिसो रबाडा और मार्को यानसेन तेज गेंदबाजी विभाग की कमान संभालते हैं तो उनके पास महाराज, साइमन और मुथुसैमी के रूप में तीन विशेषज्ञ स्पिनर भी हैं। हार्मर (13), मुथुसैमी (11) और महाराज (9) ने दो टेस्ट मैचों में मिलकर 33 विकेट लिए। मुथुसैमी ने 106 रन भी बनाए और उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया।
पहले टेस्ट की प्लानिंग पर की बातटेन डोएशे ने कहा, ‘आमतौर पर आप सबसे पहले तेज गेंदबाजी की चिंता करते हैं और मुझे पूरा यकीन है कि वे दो तेज गेंदबाजों और चार नहीं तो तीन स्पिनरों के साथ उतरेंगे। लेकिन जब आप उपमहाद्वीप में खेल रहे हों तो यह भी एक चुनौती होती है।’ उन्होंने कहा, ‘एक टीम के तौर पर हमें इसमें बेहतर होने की जरूरत है। हमने शुरुआत में ही इस पर ध्यान दिया। यह एक बड़ी चुनौती है।’
एक साल पहले झेलनी पड़ी थी हार
यह चिंता जायज भी लगती है क्योंकि ठीक एक साल पहले भारत को न्यूजीलैंड के हाथों अपने ही घरेलू मैदानों पर 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था। यह हार मुख्यतः स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ लचर प्रदर्शन से हुई थी जिसमें एजाज पटेल (15), मिशेल सैंटनर (13) और ग्लेन फिलिप्स (8) ने मिलकर 36 विकेट लिए थे।
टेन डोएशे ने कहा, ‘उम्मीद है कि हमने न्यूजीलैंड सीरीज से कुछ सीखा होगा। हमने स्पिन गेंदबाजों को खेलने के लिए कुछ योजनाएं बनाई हैं। इन दोनों मैचों में यह बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है। विशेषकर लगभग चार हफ्ते पहले पाकिस्तान में उनके अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए।’
उन्होंने कहा, ‘विश्व टेस्ट चैंपियनशिप बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसी कोई सीरीज नहीं है जिसे आप हल्के में लें या हाथ से जाने दें। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुचना हमारे लिए अहम है। हर कोई इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है। यह एक शानदार मुकाबला होना चाहिए।’





