ये बात सर्वविदित है कि बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री जूही चावला शाहरुख खान की 'राजू बन गया जेंटलमैन', 'डर', 'यस बॉस' जैसी कई सुपरहिट फिल्मों की नायिका ही नहीं बल्कि उनकी पक्की दोस्त और बिजनेस पार्टनर भी हैं। साथ मिलकर प्रोडक्शन हाउस की स्थापना करना हो या फिर कोलकाता नाइट राइडर्स जैसी आईपीएल टीम की साझेदारी, इन दोनों ने ही साथ-साथ लंबा सफर तय किया है। शाहरुख खान की साठवीं सालगिरह पर जूही किंग खान की जिंदगी के अनछुए पहलुओं पर बात करती हैं।
किंग खान के साथ इतनी लंबी असोसिएशन पर जूही कहती हैं, 'फिल्मों में काम करते हुए हमने कभी कोई योजना नहीं बनाई थी कि हम बिजनेस पार्टनर बनेंगे, मगर सब कुछ अपने आप होता चला गया। वे एक टीम प्लेयर हैं। वे हमेशा टीम वर्क से जुड़ कर काम करना पसंद करते हैं। वे अपना शतप्रतिशत देते हैं। हम लोगों में नोक-झोंक भी होती है, मगर वे आपको अंत में मना ही लेते हैं।
पहली बार शाहरुख को देख कर सोच में पड़ गई थी
एसआरके से अपनी पहली मुलाकात के बारे में वे कहती हैं, 'शाहरुख खान से मेरी पहली मुलाकात मेरी कहानी का अहम ही नहीं बल्कि मेरा फेवरेट हिस्सा भी है। मेरी कयामत से कयामत तक रिलीज हो गई थी। उन दिनों विवेक वासवानी (निर्माता) आए मुझसे मिलने और फिल्म (राजू बन गया जेंटलमैन) में कास्ट करने के लिए। बारे में खूब बातें करने लग गए, 'बहुत कमाल की फिल्म बनाएंगे अज़ीज मिर्जा। उन्होंने पहले सर्कस बनाई है। देखना सारे अवॉर्ड्स हमें मिलेंगे और हम फिल्मफेयर की टेबल पर बैठे होंगे।' सुनकर मैं बहुत खुश हो गई, फिर वे बोले, 'और पता है हीरो कौन है? हीरो है फौजी का लड़का, अच्छा मैंने फौजी देखा था। तो वे बोले, 'एकदम आमिर खान की तरह लगता है।' मुझे लगा, वाह, इतना गुडलुकिंग! बहरहाल, मैंने फिल्म के लिए हामी भर दी। शूटिंग शुरू हुई, 'मुकेश मिल्स में और मैंने देखा कि एक दुबला-पतला-सा काम हाइट वाला लड़का, जिसकी आइब्रो तक बाल पड़े हुए थे। मैंने कहा, 'हैं? ये है आमिर खान जैसा गुड लुकिंग? (जोर से हंसती हैं) मगर फिर जब हमने काम शुरू किया, तो लगा ही नहीं कि वो बॉलीवुड में नए हैं। हमेशा सेट पर 10-15 रिहर्सल करना, इम्प्रोवाइज करना, सबको हंसाना, काम को मजेदार बनाना। उसके बाद तो एक सिलसिला चल निकला और हमने आगे भी डर, राम जाने, यस बॉस, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी, वन टू का फोर जैसी फिल्मों में बतौर नायिका काम किया।'
मां के निधन पर शाहरुख ने दिया सहारा
सभी जानते हैं कि शाहरुख महिलाओं का बहुत सम्मान करते हैं और उनकी हीरोइन्स के प्रति उनकी केयर और रिस्पेक्ट के किस्से हमेशा चर्चित रही है। जूही चावला कहती हैं, 'शाहरुख का ये गुण हमेशा से है कि वे वक्त को आपके लिए यादगार बना देते हैं, मगर मुश्किल वक्तों में भी वे साथ नहीं छोड़ते। जिस वक्त मेरी मां गुजरीं, मैं बहुत टूट चुकी थी। मेरी दुनिया बिखर गई थी। असल में मेरी मां का जाना एकाएक हो गया, तो मैं स्तब्ध थी। मैं उन्हीं के साथ प्राग में डुप्लीकेट की फर्स्ट डे की शूटिंग कर रही थी और खबर आई। वे भी अपनी निजी जिंदगी में इस दर्द और लॉस से गुजरे थे, तो वो मेरी हालत समझ पा रहे थे। उन्होंने मुझे बहुत दिलासा दी, माहौल को हल्का बनाने की कोशिश की। बहुत बड़ा सहारा बने वो मेरा। मां के अंतिम संस्कार और क्रिया -क्रम के बाद जब मुझे शूटिंग पर लौटना था, तब मैंने सभी से कहा, प्लीज मुझे शाहरुख के साथ रख दो ताकि मुझे हिम्मत मिले। असहनीय दर्द की उस घड़ी में जिस तरह से उन्होंने मुझे सहारा दिया, वो मैं कभी भूल नहीं पाई।'
हाथ टूटने के बावजूद शूटिंग करते रहे
जूही चावला और शाहरुख खान का साथ फिल्मों से होकर निजी जिंदगी के पक्के दोस्तों तक रहा है। जूही कहती हैं, 'जय (उनके बिजनेसमैन पति जय मेहता) हमेशा उनके साथ खड़े रहे हैं। वे कई इंजरीज से गुजरे, घुटने, कंधे और उनकी निजी जिंदगी के उतार-चढ़ावों के समय भी जय ने उनका बहुत साथ दिया।' डर के दौरान शो मस्ट गो ऑन वाली स्थिति को याद करते हुए वे कहती हैं, 'शाहरुख इतने वर्कहॉलिक हैं कि उन्होंने कई बार गंभीर रूप से चोटिल होने के बावजूद शूटिंग की है। डर की शूटिंग के दौरान हाथ तुड़वा लिया था। हम लोग स्विट्जरलैंड में थे। एक करके अगले दिन स्लिंग पहनकर शूटिंग पर आ गए थे और फिर जब सीन होता था, स्लिंग निकाल देते थे। ये बात और है कि शूटिंग करते हुए उन्होंने मुझे भी गिरा दिया था। मैं अक्सर देखती थी कि कभी पेन किलर तो कभी साइनस के ड्रॉप डाल कर शूटिंग पर आ जाते। दूसरों को कभी अहसास नहीं होने देते कि वे तकलीफ में हैं।'
ऑस्ट्रिया के गोरे चिल्लाए, हम शाहरुख के फैन हैं
शाहरुख खान के ग्लोबल इंपैक्ट पर वे कहती हैं, 'हाल ही में मैं लंदन में थी। मेरे ससुर अस्पताल में एडमिट थे और उनकी मलेशियन नर्स ने पापा के लिए हिंदी फिल्में लगा राखी थीं और वो बता रही थीं कि हिंदी का एक लफ्ज न आने के बावजूद वे हर हफ्ते शाहरुख खान की फिल्म देखती थीं और उनका फेवरेट स्टार शाहरुख खान है।मैं तो उसका मुंह देखती रह गई। और तो और कुछ अरसा पहले मैं शाहरुख और पूजा (उनकी मैनेजर) ऑस्ट्रिया में स्कीइंग के लिए गए थे और वहां किसी भी भारतीय का नामो-निशान नहीं था, तो मैंने शाहरुख से कहा कि यहां आपको कोई नहीं पहचानेगा। हम बिंदास होकर घूम सकते हैं। अभी हम घूम ही रहे थे कि हमारे आगे दो गोरे चल रहे थे। अचानक वे पीछे मुड़े और पलट कर बोले, 'यू आर शाहरुख खान? यू आर शाहरुख खान!' उन लोगों ने बताया कि वो लोग क्रोशिया से हैं, मगर शाहरुख के बहुत बड़े फैन हैं।' तब मुझे अहसास हुआ कि शाहरुख को लोग दुनिया के किसी भी कोने में पहचान सकते हैं।'
किंग खान के साथ इतनी लंबी असोसिएशन पर जूही कहती हैं, 'फिल्मों में काम करते हुए हमने कभी कोई योजना नहीं बनाई थी कि हम बिजनेस पार्टनर बनेंगे, मगर सब कुछ अपने आप होता चला गया। वे एक टीम प्लेयर हैं। वे हमेशा टीम वर्क से जुड़ कर काम करना पसंद करते हैं। वे अपना शतप्रतिशत देते हैं। हम लोगों में नोक-झोंक भी होती है, मगर वे आपको अंत में मना ही लेते हैं।
पहली बार शाहरुख को देख कर सोच में पड़ गई थी
एसआरके से अपनी पहली मुलाकात के बारे में वे कहती हैं, 'शाहरुख खान से मेरी पहली मुलाकात मेरी कहानी का अहम ही नहीं बल्कि मेरा फेवरेट हिस्सा भी है। मेरी कयामत से कयामत तक रिलीज हो गई थी। उन दिनों विवेक वासवानी (निर्माता) आए मुझसे मिलने और फिल्म (राजू बन गया जेंटलमैन) में कास्ट करने के लिए। बारे में खूब बातें करने लग गए, 'बहुत कमाल की फिल्म बनाएंगे अज़ीज मिर्जा। उन्होंने पहले सर्कस बनाई है। देखना सारे अवॉर्ड्स हमें मिलेंगे और हम फिल्मफेयर की टेबल पर बैठे होंगे।' सुनकर मैं बहुत खुश हो गई, फिर वे बोले, 'और पता है हीरो कौन है? हीरो है फौजी का लड़का, अच्छा मैंने फौजी देखा था। तो वे बोले, 'एकदम आमिर खान की तरह लगता है।' मुझे लगा, वाह, इतना गुडलुकिंग! बहरहाल, मैंने फिल्म के लिए हामी भर दी। शूटिंग शुरू हुई, 'मुकेश मिल्स में और मैंने देखा कि एक दुबला-पतला-सा काम हाइट वाला लड़का, जिसकी आइब्रो तक बाल पड़े हुए थे। मैंने कहा, 'हैं? ये है आमिर खान जैसा गुड लुकिंग? (जोर से हंसती हैं) मगर फिर जब हमने काम शुरू किया, तो लगा ही नहीं कि वो बॉलीवुड में नए हैं। हमेशा सेट पर 10-15 रिहर्सल करना, इम्प्रोवाइज करना, सबको हंसाना, काम को मजेदार बनाना। उसके बाद तो एक सिलसिला चल निकला और हमने आगे भी डर, राम जाने, यस बॉस, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी, वन टू का फोर जैसी फिल्मों में बतौर नायिका काम किया।'
मां के निधन पर शाहरुख ने दिया सहारा
सभी जानते हैं कि शाहरुख महिलाओं का बहुत सम्मान करते हैं और उनकी हीरोइन्स के प्रति उनकी केयर और रिस्पेक्ट के किस्से हमेशा चर्चित रही है। जूही चावला कहती हैं, 'शाहरुख का ये गुण हमेशा से है कि वे वक्त को आपके लिए यादगार बना देते हैं, मगर मुश्किल वक्तों में भी वे साथ नहीं छोड़ते। जिस वक्त मेरी मां गुजरीं, मैं बहुत टूट चुकी थी। मेरी दुनिया बिखर गई थी। असल में मेरी मां का जाना एकाएक हो गया, तो मैं स्तब्ध थी। मैं उन्हीं के साथ प्राग में डुप्लीकेट की फर्स्ट डे की शूटिंग कर रही थी और खबर आई। वे भी अपनी निजी जिंदगी में इस दर्द और लॉस से गुजरे थे, तो वो मेरी हालत समझ पा रहे थे। उन्होंने मुझे बहुत दिलासा दी, माहौल को हल्का बनाने की कोशिश की। बहुत बड़ा सहारा बने वो मेरा। मां के अंतिम संस्कार और क्रिया -क्रम के बाद जब मुझे शूटिंग पर लौटना था, तब मैंने सभी से कहा, प्लीज मुझे शाहरुख के साथ रख दो ताकि मुझे हिम्मत मिले। असहनीय दर्द की उस घड़ी में जिस तरह से उन्होंने मुझे सहारा दिया, वो मैं कभी भूल नहीं पाई।'
हाथ टूटने के बावजूद शूटिंग करते रहे
जूही चावला और शाहरुख खान का साथ फिल्मों से होकर निजी जिंदगी के पक्के दोस्तों तक रहा है। जूही कहती हैं, 'जय (उनके बिजनेसमैन पति जय मेहता) हमेशा उनके साथ खड़े रहे हैं। वे कई इंजरीज से गुजरे, घुटने, कंधे और उनकी निजी जिंदगी के उतार-चढ़ावों के समय भी जय ने उनका बहुत साथ दिया।' डर के दौरान शो मस्ट गो ऑन वाली स्थिति को याद करते हुए वे कहती हैं, 'शाहरुख इतने वर्कहॉलिक हैं कि उन्होंने कई बार गंभीर रूप से चोटिल होने के बावजूद शूटिंग की है। डर की शूटिंग के दौरान हाथ तुड़वा लिया था। हम लोग स्विट्जरलैंड में थे। एक करके अगले दिन स्लिंग पहनकर शूटिंग पर आ गए थे और फिर जब सीन होता था, स्लिंग निकाल देते थे। ये बात और है कि शूटिंग करते हुए उन्होंने मुझे भी गिरा दिया था। मैं अक्सर देखती थी कि कभी पेन किलर तो कभी साइनस के ड्रॉप डाल कर शूटिंग पर आ जाते। दूसरों को कभी अहसास नहीं होने देते कि वे तकलीफ में हैं।'
ऑस्ट्रिया के गोरे चिल्लाए, हम शाहरुख के फैन हैं
शाहरुख खान के ग्लोबल इंपैक्ट पर वे कहती हैं, 'हाल ही में मैं लंदन में थी। मेरे ससुर अस्पताल में एडमिट थे और उनकी मलेशियन नर्स ने पापा के लिए हिंदी फिल्में लगा राखी थीं और वो बता रही थीं कि हिंदी का एक लफ्ज न आने के बावजूद वे हर हफ्ते शाहरुख खान की फिल्म देखती थीं और उनका फेवरेट स्टार शाहरुख खान है।मैं तो उसका मुंह देखती रह गई। और तो और कुछ अरसा पहले मैं शाहरुख और पूजा (उनकी मैनेजर) ऑस्ट्रिया में स्कीइंग के लिए गए थे और वहां किसी भी भारतीय का नामो-निशान नहीं था, तो मैंने शाहरुख से कहा कि यहां आपको कोई नहीं पहचानेगा। हम बिंदास होकर घूम सकते हैं। अभी हम घूम ही रहे थे कि हमारे आगे दो गोरे चल रहे थे। अचानक वे पीछे मुड़े और पलट कर बोले, 'यू आर शाहरुख खान? यू आर शाहरुख खान!' उन लोगों ने बताया कि वो लोग क्रोशिया से हैं, मगर शाहरुख के बहुत बड़े फैन हैं।' तब मुझे अहसास हुआ कि शाहरुख को लोग दुनिया के किसी भी कोने में पहचान सकते हैं।'
You may also like

कोलकाता में कपल का रोमांस: सड़क पर वायरल वीडियो ने बढ़ाई बहस

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की जीत पर बोलीं कंगना रनौत, 'हम हैं विश्व चैंपियन'

लड़की ने स्कैमर को उसकी ही चाल में फंसाया, 349 रुपये में किया बड़ा खेल

VIDEO: Amanjot Kaur के इस जबरदस्त कैच ने पलट दिया फाइनल, Laura Wolvaardt को रोक कर बनाया भारत को चैंपियन

अद्भुत कौशल, अटूट विश्वास, कड़ी मेहनत... पीएम मोदी ने यूं दी महिला विश्व विजेता भारतीय टीम को बधाई




