वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने इस दावे को दोहराया है कि उन्होंने ही भारत और पाकिस्तान के बीच के युद्ध को रोका था। उन्होंने एक बार फिर से दावा किया है कि मई 2025 के भारत पाकिस्तान के सैन्य गतिरोध को रोकने के लिए उन्होंने टैरिफ को हथियार बनाया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों को चेतावनी दी थी, कि अगर वे तनाव कम नहीं करते हैं तो अमेरिका उनके व्यापारिक विशेषाधिकार रद्द कर देगा।
सीबीएस न्यूज के "60 मिनट्स" को दिए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध होने वाला था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने आवाज उठाई... अगर मैं इसमें शामिल नहीं होता तो लाखों लोग मारे जाते। यह एक भयानक युद्ध था। हर जगह हवाई जहाज गिराए गए। मैंने उन दोनों से कहा, अगर आप लोग नहीं रुके तो आप अमेरिका के साथ कोई व्यापार नहीं कर पाएंगे।"
ट्रंप ने दोहराया भारत-पाकिस्तान युद्ध रोकने का दावा
अमेरिकी चैनल सीबीएस न्यूज के कार्यक्रम "60 मिनट्स" में दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि मई 2025 में दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव इतना बढ़ गया था, कि हालात परमाणु टकराव के बेहद करीब पहुंच चुके थे। ट्रंप के मुताबिक, उन्होंने दोनों देशों को चेतावनी दी थी कि अगर वे संघर्ष नहीं रोकते तो अमेरिका उनके साथ व्यापारिक संबंध समाप्त कर देगा। इसी इंटरव्यू के दौरान डोनाल्ड ट्रंप
यह बयान ऐसे समय में आया है जब ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट फिर शुरू करने को कहा है। एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा था, “आप बहुत जल्द जान जाएंगे। हम कुछ परीक्षण करने जा रहे हैं। दूसरे देश भी ऐसा कर रहे हैं, तो हम क्यों न करें?” अगर अमेरिका फिर से न्यूक्लियर टेस्ट करता है तो साल 1992 के बाद फिर से अमेरिका न्यूक्लियर टेस्ट करेगा। ट्रंप के इस फैसले को चीन और रूस की बढ़ती परमाणु क्षमताओं के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
इसी इंटरव्यू में ट्रंप ने यह भी दावा किया कि कई परमाणु संपन्न देश, जैसे रूस, चीन और पाकिस्तान, पहले से ही गुपचुप तरीके से हथियारों का टेस्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "रूस और चीन परीक्षण कर रहे हैं, लेकिन वे इसके बारे में बात नहीं करते। पाकिस्तान भी परीक्षण कर रहा है। वे बहुत गहराई में भूमिगत परीक्षण करते हैं ताकि कोई जान न सके।"
ट्रंप के दावे को भारत कर चुका है खारिज
पाकिस्तान के साथ युद्ध को रोकने के डोनाल्ड ट्रंप के दावे को भारत खारिज कर चुका है। नई दिल्ली ने बार बार कहा है कि मई 2025 के संघर्ष को पाकिस्तान के कहने पर रोका गया था। भारत ने कहा है कि युद्ध रोकने का फैसला दोनों देशों के डायरेक्टर्स जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMOs) के बीच हुई बातचीत से हुआ था, न कि किसी बाहरी हस्तक्षेप से। उस समय भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर नौ सटीक हमले किए थे, जो पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किए गए थे।
सीबीएस न्यूज के "60 मिनट्स" को दिए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध होने वाला था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने आवाज उठाई... अगर मैं इसमें शामिल नहीं होता तो लाखों लोग मारे जाते। यह एक भयानक युद्ध था। हर जगह हवाई जहाज गिराए गए। मैंने उन दोनों से कहा, अगर आप लोग नहीं रुके तो आप अमेरिका के साथ कोई व्यापार नहीं कर पाएंगे।"
ट्रंप ने दोहराया भारत-पाकिस्तान युद्ध रोकने का दावा
अमेरिकी चैनल सीबीएस न्यूज के कार्यक्रम "60 मिनट्स" में दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि मई 2025 में दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव इतना बढ़ गया था, कि हालात परमाणु टकराव के बेहद करीब पहुंच चुके थे। ट्रंप के मुताबिक, उन्होंने दोनों देशों को चेतावनी दी थी कि अगर वे संघर्ष नहीं रोकते तो अमेरिका उनके साथ व्यापारिक संबंध समाप्त कर देगा। इसी इंटरव्यू के दौरान डोनाल्ड ट्रंप
यह बयान ऐसे समय में आया है जब ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट फिर शुरू करने को कहा है। एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा था, “आप बहुत जल्द जान जाएंगे। हम कुछ परीक्षण करने जा रहे हैं। दूसरे देश भी ऐसा कर रहे हैं, तो हम क्यों न करें?” अगर अमेरिका फिर से न्यूक्लियर टेस्ट करता है तो साल 1992 के बाद फिर से अमेरिका न्यूक्लियर टेस्ट करेगा। ट्रंप के इस फैसले को चीन और रूस की बढ़ती परमाणु क्षमताओं के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
इसी इंटरव्यू में ट्रंप ने यह भी दावा किया कि कई परमाणु संपन्न देश, जैसे रूस, चीन और पाकिस्तान, पहले से ही गुपचुप तरीके से हथियारों का टेस्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "रूस और चीन परीक्षण कर रहे हैं, लेकिन वे इसके बारे में बात नहीं करते। पाकिस्तान भी परीक्षण कर रहा है। वे बहुत गहराई में भूमिगत परीक्षण करते हैं ताकि कोई जान न सके।"
ट्रंप के दावे को भारत कर चुका है खारिज
पाकिस्तान के साथ युद्ध को रोकने के डोनाल्ड ट्रंप के दावे को भारत खारिज कर चुका है। नई दिल्ली ने बार बार कहा है कि मई 2025 के संघर्ष को पाकिस्तान के कहने पर रोका गया था। भारत ने कहा है कि युद्ध रोकने का फैसला दोनों देशों के डायरेक्टर्स जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMOs) के बीच हुई बातचीत से हुआ था, न कि किसी बाहरी हस्तक्षेप से। उस समय भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर नौ सटीक हमले किए थे, जो पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किए गए थे।
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