भारत के हमले से पाकिस्तानी वायुसेना को भारी नुकसान, 20% ताकत कम हुई, भारी तबाही
भारतीय सेना ने पाकिस्तान में ऐतिहासिक हवाई हमला किया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों सहित 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक यह अभियान 7 मई को शुरू हुआ और 9-10 मई को भारत ने 11 पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर सटीक हमले किये, जिससे पाकिस्तान की लगभग 20% वायु सेना की संपत्ति नष्ट हो गयी। इस हमले में ब्रह्मोस मिसाइलों और कामिकेज़ ड्रोनों का इस्तेमाल किया गया, जिससे पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली अप्रभावी हो गई।
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत
यह हमला पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था। 7 मई को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख मसूद अजहर के 10 परिवार के सदस्यों समेत 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे। इस हमले के बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने उसे नाकाम कर दिया।
9-10 मई का ऐतिहासिक हमला
9-10 मई की रात को, भारत ने नूर खान, रफीक, मुरीद, सुक्कुर, सियालकोट, पसरूर, चुनियन, सरगोधा, स्कर्दू, भोलारी और जैकोबाबाद सहित 11 प्रमुख पाकिस्तानी हवाई अड्डों पर सटीक हमले किए। इस हमले में भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों और उन्नत ड्रोनों का इस्तेमाल किया, जिससे पाकिस्तानी वायुसेना को भारी नुकसान हुआ। सूत्रों के अनुसार इस हमले में पाकिस्तान के एफ-16 और जेएफ-17 जैसे प्रमुख लड़ाकू विमान नष्ट हो गए और भोलारी एयरबेस पर हुए हमले में स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ समेत 50 से अधिक लोग मारे गए।
पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली विफल
इस भारतीय ऑपरेशन की सफलता का मुख्य कारण लाहौर स्थित पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय करना था। भारत ने कामिकेज़ ड्रोन का उपयोग करके पाकिस्तान की वायु रक्षा क्षमताओं को कमजोर कर दिया। उपग्रह चित्रों में भोलारी और जैकोबाबाद वायुसैन्य ठिकानों पर तबाही साफ दिखाई दे रही है, जहां गोलाबारूद के डिपो और लड़ाकू विमान पूरी तरह नष्ट हो गए हैं।
भारत का ऐतिहासिक दावा
भारत सरकार ने इस कार्रवाई को ऐतिहासिक बताया है, क्योंकि यह पहली बार है कि किसी देश ने एक साथ किसी देश के 11 वायुसैन्य ठिकानों पर परमाणु हथियारों से सफलतापूर्वक हमला किया हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए तथा 10 मई के हमले में मात्र तीन घंटे में 11 पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान नष्ट कर दिए गए।
पाकिस्तान को भारी नुकसान
इस हमले में पाकिस्तान वायु सेना की लगभग 20% संपत्ति नष्ट हो गई, जिसमें सरगोधा और भोलारी जैसे महत्वपूर्ण हवाई अड्डे भी शामिल थे। इसके अलावा, गोला-बारूद के डिपो और कई लड़ाकू विमान नष्ट हो गए। भारत के इस हमले से पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को बड़ा झटका लगा है और यह कार्रवाई भारत की सैन्य शक्ति और सटीकता का प्रतीक मानी जा रही है।
भारत की नीति स्पष्ट
इस हमले के जरिए भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वह आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं करेगा। भारतीय सेना की इस कार्रवाई से न केवल आतंकवादी नेटवर्क नष्ट हुआ, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य शक्ति भी कमजोर हुई। इस घटना ने भारत की सैन्य क्षमताओं और संकल्प के बारे में वैश्विक बहस छेड़ दी है।
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