लाइव हिंदी खबर :- हेल्थ कार्नर : पादना हमारे शरीर की एक स्वाभाविक क्रिया है। हालांकि यह कभी-कभी शर्मिंदगी का कारण बन सकती है, लेकिन यह शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। पादने की प्रक्रिया कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव करती है। यदि गैस शरीर से बाहर नहीं निकलती है, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।
आइए जानते हैं कि हमारे शरीर में गैस कैसे बनती है और इसकी दुर्गंध का कारण क्या है। दरअसल, कुछ गैसें पहले से ही हमारे पेट में होती हैं, जबकि अन्य गैसें भोजन के पाचन के दौरान उत्पन्न होती हैं। कुछ गैसें सांस के माध्यम से भी पेट में प्रवेश करती हैं। लगभग 70 से 75% गैसें हमारी बड़ी आंत में बनती हैं। हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं।
जब हम भोजन करते हैं, तो कुछ अवशेष बच जाते हैं, जिन्हें ये बैक्टीरिया पचाते हैं। जिस तरह हम भोजन के बाद मल का उत्सर्जन करते हैं, उसी प्रकार ये बैक्टीरिया भी मल का उत्सर्जन करते हैं। इस मल में हाइड्रोजन सल्फाइड गैस होती है, जो अत्यधिक दुर्गंधित होती है और पाद के रूप में बाहर आती है। आमतौर पर, हमारी बड़ी आंत में नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड और मिथेन गैस होती है, लेकिन बैक्टीरिया द्वारा उत्पन्न हाइड्रोजन सल्फाइड गैस ही दुर्गंध का मुख्य कारण होती है।
You may also like
हिसार : क्रेडिट कार्ड का वार्षिक चार्ज माफ करवाने के नाम पर ठगी के आरोपी काबू
हिसार : सरसाना माइनर में ट्रीटमेंट प्लांट का जहरीला पानी डालने पर रोष
हिसार : शंभूनाथ केसरी ने क़ी पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता से भेंट
हिसार : पानी पर गंदी राजनीति कर रही पंजाब सरकार : प्रोमिला पूनिया
वनौषधि विशेषज्ञ वैद्य शंभु लाल शर्मा को मिला ब्राह्मण रत्न पुरस्कार