PC: saamtv
अगर आप SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के ज़रिए हर महीने सिर्फ़ 10,000 रुपये म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं और 12 प्रतिशत का औसत वार्षिक रिटर्न प्राप्त करते हैं, तो यह छोटा सा निवेश कम समय में 7 करोड़ रुपये तक पहुँच सकता है। यह इस बात का एक अच्छा उदाहरण है कि चक्रवृद्धि और अनुशासित निवेश का कितना बड़ा प्रभाव हो सकता है।
SIP निवेश का एक सरल और अनुशासित तरीका है। इसमें निवेशक हर महीने, तिमाही या साल में एक निश्चित राशि म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। इस तरह से निवेश करने से बाज़ार में उतार-चढ़ाव का जोखिम कम होता है और यह रुपया लागत औसत के सिद्धांत पर काम करता है। यानी, अगर बाज़ार मूल्य गिरता है, तो आपको ज़्यादा यूनिट्स मिलती हैं, जबकि अगर बाज़ार बढ़ता है, तो लंबी अवधि में औसत लागत लाभदायक होती है।
कितने सालों में आपको 7 करोड़ रुपये मिलेंगे?
SIP कैलकुलेटर के अनुसार, अगर आप हर महीने 10,000 रुपये का निवेश करते हैं, तो आपका निवेश 10 साल में बढ़कर 23.24 लाख रुपये हो जाता है। आजकल, कुल निवेश 12 लाख रुपये है। 20 साल बाद यह निवेश लगभग 1 करोड़ रुपये तक पहुँच जाता है। 25 साल में यह 1.90 करोड़ और 30 साल में 3.53 करोड़ हो जाता है।
इस चक्रवृद्धि ब्याज के प्रभाव से, अगर निवेश 35 साल तक जारी रखा जाए, तो 42 लाख का कुल निवेश 6.49 करोड़ रुपये तक पहुँच जाता है। यानी, अगर इसे कुछ और साल जारी रखा जाए, तो 7 करोड़ रुपये का आंकड़ा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
कुछ विशेषज्ञ कहते हैं, "लंबी अवधि के निवेश के लिए SIP सबसे अच्छा विकल्प है। क्योंकि चक्रवृद्धि ब्याज के कारण पैसा तेज़ी से बढ़ता है। लंबी अवधि के निवेश में, आपको बाज़ार के उतार-चढ़ाव का फ़ायदा मिलता है और जोखिम भी अपेक्षाकृत कम होता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक साथ बड़ी रकम निवेश करने की ज़रूरत नहीं होती।"
You may also like
जम्मू-कश्मीर के बाढ़ एवं भूस्खलन प्रभावित किसानों को पीएम-किसान योजना की 21वीं किस्त अग्रिम जारी
Post Office Scheme: मैच्योरिटी पर करीब 41.35 लाख रुपए पाने के लिए हर साल करें इतना निवेश
दिल्ली पुलिस कांस्टेबल ड्राइवर भर्ती 2025: आवेदन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण जानकारी
Attack On BJP MP Khagen Murmu: बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू पर जानलेवा हमले के मामले में लोकसभा सचिवालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से जवाब मांगा, आठ लोगों पर केस दर्ज
बिहार चुनाव के लिए राजेश राम और अल्लावरु की दिल्ली में अहम बैठक, पक रही है खिचड़ी