उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को ललित नारायण मिश्रा कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने कॉलेज के संस्थापक और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्रा की 88वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस समारोह में उपराष्ट्रपति ने समाज और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की और कहा कि उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
पौधारोपण कर की माता-पिता की याद में श्रद्धांजलि अर्पित:
उपराष्ट्रपति ने इस मौके पर अपने माता-पिता केसरी देवी और गोकल चंद की स्मृति में पौधारोपण भी किया। उन्होंने कहा कि यह क्रिया न केवल पर्यावरण की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उनके माता-पिता की याद को भी साकार रूप में संरक्षित करने का एक तरीका है। इस श्रद्धांजलि से उनका आशीर्वाद सदैव परिवार और समाज के लिए बरकरार रहेगा।
बिहार की सांस्कृतिक धरोहर की तारीफ:
समारोह में उपराष्ट्रपति ने बिहार की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की जमकर तारीफ की। उन्होंने विशेष रूप से भगवान बुद्ध और महावीर के उपदेशों का उल्लेख किया, और कहा कि भारत की सहनशीलता और संतुलित प्रतिक्रिया के सिद्धांतों ने दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है। उनका कहना था कि यह हमारे समाज के मूल मूल्य हैं, जिन्हें आगे बढ़ाने की जरूरत है।
भारत की स्थिति को मजबूत किया:
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अब भारत किसी भी प्रकार की आक्रामकता को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी सीमा तक जा सकता है और अब कोई भी देश भारत की सहनशीलता का गलत फायदा नहीं उठा सकता। उनका यह बयान पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और सुरक्षा मुद्दों के संदर्भ में दिया गया था, जो वर्तमान समय में भारत के लिए प्रमुख चिंता का विषय है।
स्वागत समारोह:
समारोह के दौरान बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने उपराष्ट्रपति का स्वागत करते हुए उन्हें शॉल और मधुबनी पेंटिंग भेंट की। यह भेंट बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और कला की पहचान को उजागर करती है, जो पूरे देश और दुनिया में प्रसिद्ध है।
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