सोनीपत, 7 जुलाई (Udaipur Kiran) । दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
विश्वविद्यालय, मुरथल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की दिशा में एक और महत्वपूर्ण
कदम उठाया है। सोमवार को कुलगुरु प्रोफेसर श्रीप्रकाश सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय
ने बीबीए. (ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च) एवं बी.सी.ए. पाठ्यक्रमों को एन.ई.पी. के अनुरूप
अंतिम रूप दे दिया है।
प्रो. सिंह ने बताया कि इन पाठ्यक्रमों
में विद्यार्थियों को अब विशिष्ट विषय चुनने के विकल्प के साथ-साथ अंतःविषय एवं बहुविषयीय
अध्ययन का अवसर मिलेगा। छात्र अन्य विभागों से माइनर कोर्स कर सकेंगे और अंतिम सत्र
में ऑनर्स के साथ-साथ शोध कार्य भी कर पाएंगे। इससे रोजगार के नए द्वार खुलेंगे और
छात्र विभिन्न क्षेत्रों में अपनी योग्यता सिद्ध कर सकेंगे।
इस पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने
के लिए एन.एस.यू.टी. दिल्ली की प्रो. सुजाता सेंगर, जी.जी.एस.आई.पी.यू. के प्रो. अमित
प्रकाश सिंह, एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र के प्रो. जितेन्द्र छाबड़ा, प्रो. संजय ढींगरा
(गेटवे एजुकेशन), एगर्ग, विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक प्रो. एस.एन. मिश्रा, डीन कॉलेज
प्रो. एस.एन. महापात्रा, एन.ई.पी. कोऑर्डिनेटर प्रो. ए.के. सिंह, डॉ. सुमित, डॉ. सुनीता
मलिक, और डॉ. राजेन्द्र मलिक की समिति ने गहन मंत्रणा की। उल्लेखनीय है कि कुलगुरु
प्रो. सिंह के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय पहले ही कई कोर्सों को एन.ई.पी. के अनुरूप
संशोधित कर चुका है और अब वर्ष 2025 से इसे पूर्ण रूप से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध
है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
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