– राज्यमंत्री ने संस्कृति परिषद् भवन का किया निरीक्षण
भोपाल, 26 जून (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश की संस्कृति और साहित्य को संरक्षित एवं संवर्धित करने के लिए योजना बनाकर तेजी से कार्य किया जा रहा है। सभी स्थानीय बोलियों और भाषाओं में साहित्य सृजन एवं साहित्यिक गतिविधियों पर समान रूप से ध्यान दिया जा रहा है। बुंदेली में साहित्यिक गतिविधियों के पोषण और संवर्धन के लिए बुंदेलखंड साहित्य अकादमी की स्थापना की जाएगी।
यह बात संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने गुरुवार को संस्कृति परिषद् के भवन के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता हमें संस्कृति के क्षेत्र में अग्रणी बनाती है, इसे संरक्षित करने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जाने चाहिए।
राज्य मंत्री लोधी ने भवन के रेनोवेशन के बाद अकादमियों के कार्यालय को कार्य अनुसार व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यालय में वृहद और विस्तृत पुस्तकालय है जिसमें लगभग सभी प्रकार का साहित्य उपलब्ध है। आगामी समय में साहित्य में रुचि रखने वाले पाठकों और विद्यार्थियों के लिए यह पुस्तकालय खोला जाएगा। पुस्तकालय में उचित सुविधाएं विकसित करे। नए युग के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की दिशा में कार्यालयों के डिजिटलाइजेशन पर भी कार्य किया जाए।
राज्य मंत्री लोधी ने संस्कृति परिषद् के भवन पहुंचकर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों से परिचय प्राप्त कर कुशल कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सिंधु मसाल 2023 पत्रिका के द्वितीय अंक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर संस्कृति परिषद् की निदेशक डॉ. पूजा शुक्ला और साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) तोमर
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