भोपाल, 30 मई . मध्य प्रदेश में इन दिनों मौसम का मिजाज बदला हुआ है. बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र और हवा के ऊपरी भाग में बने तीन चक्रवातों के असर से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुककर बारिश हो रही है. शुक्रवार को नौतपा के लगातार छठें दिन भी प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर रहा. छतरपुर के खजुराहो में आधा इंच से ज्यादा पानी गिर गया तो गुना, रीवा, अशोकनगर, रायसेन में भी शाम को बारिश हुई. रायसेन में तो तेज बारिश होने से सड़कों पर पानी भर गया. भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे.
हालांकि, कुछ जिलों में गर्मी के तीखे तेवर देखने को मिले, लेकिन कई जिलों में दिन का पारा लुढ़का रहा. ग्वालियर की सबसे गर्म रहा. यहां अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. रीवा में 40.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 40.5 डिग्री, सतना-सीधी में 40.4 डिग्री और खजुराहो में 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 28.2 डिग्री पर आ गया. वहीं, शिवपुरी में 29 डिग्री और छिंदवाड़ा में 32 डिग्री दर्ज किया गया. बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 36.6 डिग्री, इंदौर में 34.3 डिग्री, उज्जैन में 36.5 डिग्री और जबलपुर में 38 डिग्री सेल्सियस रहा.
भोपाल के मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक खजुराहो में 14 मिमी, गुना में चार, जबलपुर में तीन और सिवनी में एक मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई. इससे पहले शुक्रवार सुबह तक पचमढ़ी में 27.6 मिमी, मलाजखंड में 22.8 मिमी, खजुराहो में 13.6 मिमी, सतना में 7.7 मिमी और गुना में 0.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई. वहीं, प्रदेश में सबसे अधिक तापमान ग्वालियर में 40.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
मौसम वैज्ञानिक पी.के. रायकवार और अजय शुक्ला ने बताया कि फिलहाल बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है और मेघालय की ओर बढ़ गया है. इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान, मध्य उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवात सक्रिय हैं, जो प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रहे हैं. हालांकि अरब सागर में कोई नया सिस्टम नहीं बना है, इसलिए फिलहाल जोरदार बारिश की संभावना कम है.
मौसम विज्ञान केंद्र ने संभावना जताई है कि शनिवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, रीवा और शहडोल संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. हालांकि बारिश व्यापक नहीं होगी, लेकिन बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं. मानसून की उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी और बालुरघाट तक पहुंच गई है, जिससे आगामी दिनों में मानसून के धीरे-धीरे आगे बढ़ने की संभावना है.
तोमर
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