-हकेंवि में निकाली स्वच्छता जागरूकता रैली
नारनाैल, 2 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Haryana केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ में गुरुवार को एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के अंतर्गत विश्वविद्यालय परिसर में स्वच्छता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टंकेशवर कुमार के नेतृत्व में विद्यार्थियों, शोधार्थियों, शिक्षकों, शिक्षणेतर कर्मचारियों व स्वच्छता सहयोगियों ने इस जागरूकता रैली में बढ़़चढ़ कर हिस्सा लिया.
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो टंकेशवर कुमार ने सभी को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि:स्वच्छता ही सेवा’ अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह हमारी जीवनशैली और सोच का हिस्सा होना चाहिए. स्वच्छता व्यक्तिगत, सामाजिक और राष्ट्रीय स्वास्थ्य का आधार है. उन्होंने कहा कि यह जागरूकता रैली प्रतीकात्मक आयोजन नहीं है, बल्कि यह हमारे संकल्प का प्रदर्शन है कि हम अपने विश्वविद्यालय परिसर को ही नहीं, बल्कि अपने समाज और राष्ट्र को भी स्वच्छ बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएँगे.
कुलपति ने कहा कि स्वच्छता केवल सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अनुशासन, जिम्मेदारी और सकारात्मक दृष्टिकोण की पहचान है. यदि हम अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखेंगे तो न केवल बीमारियों से बचेंगे, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सुंदर भारत का निर्माण करेंगे. कुलपति ने सभी सहभागियों से स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का आह्वान किया. कार्यक्रम में सभी सहभागियों ने स्वच्छता अभियान को निरंतर जारी रखने का संकल्प भी दोहराया. इस मौके पर डॉ मनीषा पांडे, विश्वविद्यालय में स्वच्छता ही सेवा अभियान के नोडल अधिकारी डॉ तरुण, प्रो सुरेंद्र सिंह, प्रो मोना शर्मा, डॉ रवि प्रताप पांडेय, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ विकास सिवाच, डॉ एमसी मीणा आदि मौजूद रहे.
—————
(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
You may also like
देश मजबूत नेतृत्व के हाथों में सुरक्षित : केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह
IND vs WI: टेस्ट में अक्सर ऐसी विकेट... नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच के फैन हुए मोहम्मद सिराज, दिल खोलकर रख दिया
मूर्ति विसर्जन के दौरान चंबल नदी में गिरी ट्रैक्टर ट्रॉली, दाे बच्चाें की माैत, एक लापता
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ स्कूटी हादसे का वीडियो, यूजर्स में बहस तेज
ना सोनोग्राफी ना टेस्ट प्राचीन समय में` ऐसे पता लगाते थे गर्भ में बेटा है या बेटी! 3500 साल पुरानी तकनीक जानिए यहां