पूर्वी चंपारण, 1 जुलाई (Udaipur Kiran) । नेपाल से मानव तस्करी कर भारत लाये जा रहे 05 नाबालिग बच्चों (03 लड़कियां, 02 लड़के) को एसएसबी की मानव तस्करी रोधी इकाई ने रक्सौल बॉर्डर से रेस्क्यू किया है।
इस दौरान दो मानव तस्कर उत्तर प्रदेश का मोहम्मद सिराज और नेपाल के मोहम्मद रियान को भी गिरफ्तार किया गया। उक्त कारवाई एसएसबी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई।मानव तस्कर इन सभी नाबालिग बच्चो को नौकरी दिलाने के बहाने भारत के विभिन्न राज्यों में ले जाया जा रहे थे।
इस सूचना के आधार पर 47वीं वाहिनी एसएसबी, प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर एवं स्वच्छ रक्सौल की संयुक्त टीम ने मैत्री पुल के पास चेकिंग अभियान चलाया। कुछ समय बाद नेपाली बच्चे सीमा पार करते दिखे। शक के आधार पर उन्हें रोका गया और काउंसलिंग की गई, जिससे मानव तस्करी की साजिश का खुलासा हुआ। बच्चों ने बताया कि तस्करों ने पकड़े जाने के डर से उन्हें अकेले सीमा पार करने को कहा था। बच्चों की जानकारी के आधार पर दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में पता चला कि आरोपी बच्चों को पहले दिल्ली और बाद में हैदराबाद ले जाने की फिराक में थे। बच्चों या उनके परिजनों की तस्करों से कोई पूर्व जान-पहचान नहीं थी। गरीबी और लालच के चलते बच्चों के अभिभावकों ने रियान पर भरोसा कर उन्हें सौंप दिया था।
रेस्क्यू के दौरान एक चौंकाने वाला खुलासा यह भी हुआ कि बच्चों को मुस्लिम नाम अपनाने और तस्करों के रिश्तेदार बताने का प्रशिक्षण दिया गया था, जबकि सभी बच्चे हिंदू निकले। यह बात अलग-अलग काउंसलिंग में सामने आई है।
मानव तस्करी की गंभीरता को देखते हुए सभी नाबालिगों और दोनों तस्करों को आगे की कानूनी कार्रवाई हेतु हरैया थाना पुलिस को सौंपा गया है।
संयुक्त कार्रवाई में इंस्पेक्टर विकास कुमार, एएसआई खेम राज, हवलदार अरविंद द्विवेदी, सिपाही सुनीता और लक्ष्मी, प्रयास जुवेनाइल की जिला समन्वयक आरती कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता राज गुप्ता एवं स्वच्छ रक्सौल से रणजीत सिंह और साबरा खातून शामिल थे।
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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार
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