नैनीताल, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । कुमाऊं विश्वविद्यालय के रसायन विभाग में कार्यरत वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. नंद गोपाल साहू को अंतरराष्ट्रीय शोध जगत में बड़ी उपलब्धि मिली है। उन्होंने सिंगापुर स्थित राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में वर्ष 2010 के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक प्रो. कोंस्तांतिन नोवोसेलोव से भेंट कर प्लास्टिक से हाइड्रोजन ऊर्जा और कार्बन नैनो पदार्थ बनाने की अपनी शोध प्रक्रिया साझा की।
प्रो. नोवोसेलोव ने इस शोध को अत्यंत उपयोगी और दीर्घकालिक नवाचार की दिशा में मजबूत कदम बताया। दोनों वैज्ञानिकों ने इस विषय पर संयुक्त शोध परियोजना शुरू करने पर सहमति जताई है। इस परियोजना का उद्देश्य एक ऐसी तकनीक विकसित करना है जिससे प्लास्टिक कचरे से स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन संभव हो सकेगा। साथ ही, ज्ञान-विनिमय कार्यक्रम के अंतर्गत प्रो. नोवोसेलोव ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में आने की भी इच्छा जताई है।
उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों व शोधार्थियों से संवाद के माध्यम से अपने अनुभव साझा करने का आश्वासन दिया है। इस पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान रावत ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रो. साहू को बधाई दी है और इसे विश्वविद्यालय के लिए वैश्विक वैज्ञानिक सहयोग की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
You may also like
उत्तराखंड में सेब क्रांति का आगाज : नई तकनीक से सेब की खेती कर रहे 100 किसानों को मिला सम्मान
त्रिकोणीय टी20 सीरीज : कॉन्वे के नाबाद 59 रनों की बदौलत न्यूजीलैंड ने जिम्बाब्वे को 8 विकेट से हराया
अजीबोगरीब घटना: अंतिम संस्कार के दौरान जिंदा हुआ बुजुर्ग
अगर अचानक किसी को आने लगे हार्ट अटैक तो घबराएं नहीं। ये 5 देसी उपाय दे सकते हैं ज़िंदगी की नई सांस, जानिए कैसे करें तुरंत इलाज˚
स्वच्छता अभियान को सफल बनाना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी : आशीष सूद