नैनीताल, 1 जुलाई (Udaipur Kiran) । कुमाऊं विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत संचालित स्नातक पाठ्यक्रमों के अंतिम सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम समयबद्ध व पारदर्शी प्रक्रिया से घोषित कर राज्य का पहला विश्वविद्यालय बनने का गौरव प्राप्त किया है। बताया गया है कि यह उपलब्धि कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत के नेतृत्व में विश्वविद्यालय प्रशासन की नवाचारों पर आधारित सशक्त कार्य प्रणाली का प्रतिफल है।
प्रो. रावत के निर्देशन में विश्वविद्यालय ने न केवल समय पर परीक्षाएं आयोजित कीं, बल्कि अत्यंत सीमित अवधि में मूल्यांकन कार्य पूरा कर विद्यार्थियों को निर्धारित समय से पहले ही उनके परिणाम उपलब्ध करा दिए। विश्वविद्यालय की इस पहल से विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर व अन्य उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों में समय से प्रवेश का अवसर प्राप्त होगा।
बताया गया है कि इस बार विश्वविद्यालय ने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में ओएमआर आधारित अवार्ड सूची प्रणाली लागू की, जिससे अंक प्रविष्टि प्रक्रिया तीव्र और त्रुटिरहित रही। मूल्यांकन केंद्रों पर ही उत्तर पुस्तिकाओं की स्कैनिंग कर डाटा की सुरक्षा व प्रमाणिकता सुनिश्चित की गई। मूल्यांकन कार्य की निगरानी के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के अंतर्गत विशेष पर्यवेक्षक तैनात किए गए, जबकि पुनर्गणना व डाटा मिलान का कार्य विस्तारित टैबुलेटर टीम द्वारा किया गया। स्वयं कुलपति प्रो. रावत के नेतृत्व में मूल्यांकन की नियमित समीक्षा की जाती रही, जिसमें कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक सहित परीक्षा शाखा की टीम सक्रिय रही।
प्रो. रावत ने इस सफलता को विश्वविद्यालय की समर्पित टीम, पारदर्शिता, तकनीकी नवाचार तथा गुणवत्तापरक कार्यशैली का परिणाम बताया और सभी सम्बद्ध विभागों व शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी विश्वविद्यालय गुणवत्ता और समयबद्धता को प्राथमिकता देते हुए शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
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