मुलुगु, 22 अप्रैल . तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाके के सघन वन क्षेत्र में मंगलवार सुबह से ही तलाशी अभियान चल रहा है. खबर है कि इस दौरान नक्सलियों से सुरक्षा बलों की सीधी मुठभेड़ भी हुई है. यह मुठभेड़ तेलंगाना के मुलुगु जिले और छत्तीसगढ़ जिले बीजापुर जिले की सीमा पर जारी है. इस पूरे इलाके को दण्डारण्य माना जाता है, जहां एक समय में नक्सलियों की समानांतर सत्ता चलती थी. इसी बीच उसूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत नम्बी जंगलों में तेलंगाना राज्य के सशस्त्र सुरक्षा बल के जवान भी खोजी अभियान में शामिल हुए हैं. हालांकि किसी भी सुरक्षा एजेंसी ने खोजी अभियान के दौरान मुठभेड़ या नक्सलियों के मारे जाने की अब तक पुष्टि नहीं की है.
बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों को मंगलवार देर शाम तेलंगाना सीमा के मुलुगु जिले के कर्रेगुट्टालु में नक्सली गतिविधि की सूचना मिली. यह भी सूचना मिली कि इसमें कुछ इनामी नक्सली या नक्सलियों के बड़े कमांडर भी हो सकते हैं. इसके बाद तेलंगाना के लगभग दो हजार सुरक्षाबलों ने रणनीति बनाकर आधी रात से ही इस पूरे इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी. मंगलवार की पहली किरण के साथ ही पूरे इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया गया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जयशंकर भूपालपल्ली के निर्देश पर जिला वेंकटपुरम मंडल क्षेत्र में बड़ी संख्या में सशस्त्र बलों को तैनात किया गया है. इससे क्षेत्र में एक आशंका का माहौल बन गया है. सुरक्षाबलों के इस सर्च अभियान से कर्रेगुट्टा के पास पेनुगोलू, कोंगाला, अरुणाचल पुरम और बोल्लाराम के गांवों के साथ-साथ वेंकटपुरम मंडल के सीमावर्ती गांवों, पेंका वागु, मल्लापुरम, कर्रेवानीगुप्पा, लक्ष्मीपुरम, मुत्थाराम, पेंका वागु कालीपाका और सीतारमपुरम गांवों और कर्रेगुट्टा के ऊपर पमनूर, मुकुनूर, चेलिमेला, तडापाला और जेला के गांवों में दिन भर आवाजाही बहुत कम देखी गई. आशंका से भरे लोगों ने अपने घरों में ही बने रहना पसंद किया. दुकानें आदि व्यावसायिक गतिविधियां न के बराबर हुईं.
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले नक्सलियाें ने एक धमकी भरा पत्र जारी किया था. इसमें लोगों से कर्रेगुट्टाला दंडकारण्यम जंगल की ओर न आने को कहा गया था. ऐसा करके नक्सली स्थानीय लोगों में भय पैदा करना चाहते थे ताकि वे जंगल की तरफ न आएं और नक्सलियों की गतिविधियों की जानकारी बाहर न आ सके. गृह मंत्रालय के निर्देश पर भारत से नक्सलियों के सफाए के लिए चलाए जा रहे अभियान के चलते छत्तीसगढ़ के नक्सली तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की तरफ भाग रहे हैं. ऐसे माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद तेलंगाना और छत्तीसगढ़ पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया है. अपुष्ट सूत्र बता रहे हैं कि सुरक्षा बलों की घेराबंदी में कोई बड़ा नक्सली फंसा है. तेलंगाना पुलिस के एक उच्चाधिकारी ने इस अभियान से इंकार नहीं किया, लेकिन कोई जानकारी भी साझा नहीं की है. बताया जा रहा है कि अभियान पूरा हो जाने के बाद ही आधिकारित तौर पर कोई जानकारी दी जाएगी.
—————
/ नागराज राव
You may also like
पहलगाम आतंकी हमला: अमित शाह पहुंचे श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर आतंकी हमला: 26 की मौत की आशंका
पहलगाम हमले पर अनुपम खेर बोले- 'कश्मीर फाइल्स इसकी छोटी कहानी, जिसे कुछ लोगों ने प्रोपेगेंडा कहा'
पहलगाम आतंकी हमले की सीएम ममता बनर्जी ने की निंदा, अमित मालवीय ने उठाए सवाल
चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है, उसे निष्पक्ष रहना चाहिए : अविनाश पांडे