Insomnia Causes Memory Loss : नींद हमारे शरीर के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह वह समय है जब हमारे शरीर के अंग बेहतर तरीके से काम करते हैं और खुद को रिपेयर करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक छोटी सी गलती आपकी नींद को सेहत के लिए नुकसानदायक बना सकती है? जी हां, हम बात कर रहे हैं गलत स्लीपिंग पोजीशन की। अगर आप सोते वक्त अपनी बॉडी को सही पोजीशन में नहीं रखते, तो इससे आपके शरीर के अंगों को नुकसान हो सकता है। सभी जानते हैं कि करवट लेकर या पीठ के बल सोना सबसे अच्छा होता है, लेकिन सोने की जगह और कमरे का माहौल भी नींद की क्वालिटी को प्रभावित करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) की एक स्टडी के मुताबिक, गलत स्लीपिंग पोजीशन की वजह से सुबह उठने पर दर्द और जकड़न की शिकायत हो सकती है। भले ही आप 8 घंटे की पूरी नींद लें, लेकिन गलत पोजीशन में सोने से दर्द, थकान और जकड़न जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं उन 4 स्लीपिंग पोजीशन्स के बारे में, जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
फेटल पोजीशन: घुटनों और कमर का दर्दकई लोग फेटल पोजीशन में सोना पसंद करते हैं, जिसमें करवट लेकर पैरों को छाती की ओर मोड़ लिया जाता है और सिर को झुकाकर पैरों के पास लाया जाता है। यह पोजीशन भले ही कुछ पल के लिए आरामदायक लगे, लेकिन यह पूरी तरह गलत है। इस पोजीशन में कमर और हिप्स पूरी तरह मुड़े रहते हैं, जिससे घुटनों और कमर में दर्द की शिकायत शुरू हो सकती है। लगातार कई घंटे इस तरह सोने से लोअर बैक पेन और जकड़न की समस्या हो सकती है। अगर आप भी इस तरह सोते हैं, तो अपनी आदत को तुरंत बदलें, वरना यह दर्द आपकी सेहत को और खराब कर सकता है।
पेट के बल सोना: रीढ़ और गर्दन की परेशानीपेट के बल सोना कई लोगों को बहुत आरामदायक लगता है, और वे पूरी रात 6-7 घंटे इसी पोजीशन में सोते हैं। लेकिन यह स्लीपिंग पोजीशन आपकी रीढ़ की हड्डी के लिए बेहद नुकसानदायक है। इससे न केवल सांस लेने में दिक्कत होती है, बल्कि रीढ़ में टेढ़ापन भी आ सकता है। गर्दन को एक तरफ मोड़कर रखने से गर्दन में दर्द की शिकायत बनी रहती है। इसके अलावा, पेट के बल सोने से पीठ में असहजता और डिस्कंफर्ट की समस्या हो सकती है। अगर आप अपनी रीढ़ और गर्दन को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो इस पोजीशन से बचें।
आधा बैठकर सोना: कमर और कंधों का दर्दक्या आप भी सोफे पर टीवी देखते-देखते सो जाते हैं? अगर हां, तो यह आदत आपकी कमर और कंधों के लिए खतरनाक हो सकती है। आधा बैठकर सोने की पोजीशन में रीढ़ की हड्डी अननेचुरल तरीके से मुड़ी रहती है, जिससे कमर दर्द और कंधों में जकड़न की शिकायत हो सकती है। भले ही आप तकिए का सहारा लें, लेकिन इससे रीढ़ को पूरा सपोर्ट नहीं मिलता। पूरी रात इस पोजीशन में सोने से स्पाइन पर दबाव बढ़ता है, जिससे सुबह उठने पर दर्द परेशान करता है। इतना ही नहीं, रोजाना इस तरह सोने से मांसपेशियों में सूजन की समस्या भी हो सकती है, क्योंकि बॉडी को पूरा आराम नहीं मिलता।
सिर को बाजुओं पर रखकर सोना: हाथों में सुन्नपनक्या आपकी आदत सिर के नीचे अपनी बाजुओं को रखकर सोने की है? अगर हां, तो इसे जल्द से जल्द सुधार लें। लगातार कई घंटे तक सिर को बाजुओं पर रखने से अपर आर्म की रेडियल नर्व पर दबाव पड़ता है, जिससे हाथ सुन्न पड़ सकते हैं। भले ही यह स्थिति ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन इससे हाथों में असहजता और डिस्कंफर्ट की शिकायत हो सकती है। अगर आप अपनी नींद को और सेहत को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो इस आदत को बदलना जरूरी है।
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