भारत में सोने की कीमतें हमेशा से ही निवेशकों और आम लोगों के लिए चर्चा का विषय रही हैं। जुलाई 2025 की शुरुआत में सोने के दामों में तेजी ने सबका ध्यान खींचा, लेकिन अब कीमतों में आई गिरावट ने बाजार में नई हलचल पैदा कर दी है। यह लेख आपको सोने और चांदी की कीमतों में हाल के बदलावों, उनके कारणों और भविष्य की संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताएगा। हमारा उद्देश्य आपको ऐसी जानकारी देना है, जो न केवल विश्वसनीय हो, बल्कि आपके निवेश के फैसलों को बेहतर बनाने में भी मदद करे।
सोने में गिरावट: कितना और क्यों?5 जुलाई 2025 को भारतीय बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई। 100 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव ₹6,000 घटकर ₹9,87,300 पर आ गया। इसी तरह, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत में ₹600 की कमी आई और यह ₹98,730 पर कारोबार कर रहा है। दूसरी ओर, 22 कैरेट सोने की कीमत भी प्रभावित हुई, जिसमें 100 ग्राम का भाव ₹5,500 की गिरावट के साथ ₹9,05,000 पर पहुंच गया। यह गिरावट निवेशकों के लिए एक चेतावनी है, क्योंकि जुलाई के पहले तीन दिनों में सोने ने 100 ग्राम पर ₹20,700 और 10 ग्राम पर ₹2,070 की शानदार तेजी दिखाई थी। लेकिन अब बाजार की यह अस्थिरता निवेशकों को सतर्क रहने का संदेश दे रही है।
MCX पर सोने और चांदी का प्रदर्शनमल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने की कीमतों में दबाव देखा गया। 4 जुलाई को अगस्त एक्सपायरी वाले गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट ने ₹96,735 प्रति 10 ग्राम का निचला स्तर छुआ और अंत में ₹96,988 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, चांदी ने हल्की राहत दिखाई। सितंबर एक्सपायरी वाले सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट में ₹9 की मामूली बढ़त हुई और यह ₹1,08,438 प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ। यह अंतर यह दर्शाता है कि जहां सोना दबाव में है, वहीं चांदी अभी भी निवेशकों के लिए कुछ आशा की किरण बन रही है।
वैश्विक बाजार का प्रभाववैश्विक स्तर पर हाजिर सोना इस समय $3,340 प्रति औंस के आसपास कारोबार कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के बढ़ते राजकोषीय घाटे और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच निवेशक फिर से सोने जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर सकते हैं। ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स के विश्लेषण के अनुसार, अगले कुछ हफ्तों में सोने की कीमतों में फिर से तेजी देखी जा सकती है। यह स्थिति भारतीय निवेशकों के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वैश्विक बाजार के रुझान भारतीय कीमतों पर गहरा असर डालते हैं।
निवेशकों के लिए सलाहसोने की कीमतों में यह उतार-चढ़ाव निवेशकों के लिए अवसर और चुनौती दोनों लेकर आया है। अगर आप सोने में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो बाजार के रुझानों पर नजर रखना और विशेषज्ञों की सलाह लेना जरूरी है। साथ ही, दीर्घकालिक निवेश के लिए सोना अभी भी एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है। लेकिन अल्पकालिक निवेशकों को इस अस्थिरता के बीच सावधानी बरतनी चाहिए।
You may also like
हरियाणा : कांवड़ यात्रा को लेकर करनाल पुलिस अलर्ट, पड़ोसी राज्यों के साथ की जा रही बैठकें
नरेश टिकैत के सुझाव को विवादित बयान बनाना मुनासिब नहीं, सामाजिक सौहार्द जरूरी : अफजाल अंसारी
चार्ट पर ऐसी कैंडल बनी कि इस नामी स्टॉक में हो सकती है 2000 रुपए प्रति शेयर की गिरावट, जानिए कारण
भारत ने रच दिया 93 साल में पहली बार टेस्ट क्रिकेट में इतिहास, एक मैच में 1000 रन बनाने वाली बनी छठी टीम
शादी के मंडप में दूल्हे ने कर दी ऐसी हरकत कि दुल्हन ने तुरंत लौटा दी बारात! पूरा गांव देखता रह गया तमाशा